घटना की शुरुआत डेढ़ साल पहले हुई जब भोला नामक युवक की शादी गोरखपुर जिले के सहजनवा निवासी खुशबू से हुई। शादी के कुछ महीने बाद भोला रोजगार के सिलसिले में मुंबई चला गया, लेकिन उसकी पत्नी खुशबू का अपने पति के साथ रिश्ता ठीक नहीं था। इस दौरान खुशबू की नजदीकी अपने देवर अमित से बढ़ने लगी, और दोनों के बीच रिश्ते का मसला परिवार में खुल गया।
जब परिवार को इस बारे में जानकारी मिली, तो दोनों घर छोड़कर भाग गए। इसके बाद परिवार ने दोनों को ढूंढने की कोशिश की और अंततः मामला नगर पंचायत अध्यक्ष के पास पहुंचा। अध्यक्ष रवीन्द्र प्रताप शाही ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया, लेकिन जब दोनों ने शादी की इच्छा जताई, तो दोनों परिवारों की सहमति से विवाह करवा दिया गया। विवाह के दौरान खुशबू के पति ने भी अपनी सहमति दी और शादी संपन्न हुई।
शादी के बाद अमित ने खुशबू को सिंदूरदान कर उसकी मांग भरी, और अब दोनों पति-पत्नी बन गए हैं। यह घटना जिले में चर्चा का विषय बन गई है, और एक अजीबोगरीब विवाह के रूप में सामने आई है।
शादी पर अड़े रहे देवर-भाभी
देवर और भाभी दोनों एक दूसरे से शादी करने के लिए अड़े रहे। उन्होंने साफ कह दिया था कि रहेंगे तो साथ चाहे जो भी क्यों न हो जाए। इसके बाद परिवार वालों ने बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन, दोनों नहीं माने। आखिरकार दोनों ने जब शादू कर ली तभी उनको चैन पड़ा और बड़ा भाई बेचारा मुंबई में कमाता ही रह गया।