कैसे हुई घटना?
दरअसल, शुक्रवार शाम करीब 4 बजे सूरवाल थाना क्षेत्र के दौबड़ा गांव निवासी 45 वर्षीय ठंडीराम मीणा नहाने के लिए बनास नदी में उतरे थे। इसी दौरान उनका पैर फिसल गया और वे नदी के गहरे पानी में समा गए। ग्रामीणों ने पहले अपने स्तर पर तलाश की, लेकिन जब युवक नहीं मिला तो पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आया और कोटा से 11 सदस्यीय एसडीआरएफ (SDRF) टीम बुलाई गई। शुक्रवार शाम से ही टीम ने नदी में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था, लेकिन 30 घंटे बीत जाने के बावजूद युवक का कोई पता नहीं चल पाया है।
किरोड़ी लाल खुद तलाश में उतरे
शनिवार को हालात का जायजा लेने के लिए कृषि मंत्री और स्थानीय विधायक डॉ. किरोड़ी लाल मीणा खुद घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने एसडीआरएफ टीम के साथ नाव में बैठकर आधे घंटे तक नदी में युवक की तलाश की। मंत्री के साथ जिला पुलिस अधीक्षक (SP) डॉ. ममता गुप्ता, SDM अनूप सिंह, तहसीलदार विनोद शर्मा सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
ग्रामीणों में बढ़ रही चिंता
बताते चलें कि युवक के 30 घंटे तक नहीं मिलने से परिजनों और ग्रामीणों में गहरी चिंता और बेचैनी है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द ठंडीराम मीणा का पता लगाया जाए। प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया है कि सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक युवक को ढूंढ नहीं लिया जाता। रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे सवाई माधोपुर एसडीएम अनूप सिंह ने कहा कि सभी प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम लगातार ऑपरेशन में लगी हुई है। सूरवाल थाना और खिरनी चौकी पुलिस भी मौके पर मौजूद है। फिलहाल, युवक की तलाश जारी है और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि जल्द से जल्द उसे ढूंढ निकाला जाए।