पीड़ित उमेश जाट ने बताया कि वह पेट्रोल पंप पर बैठा हुआ था। तभी करीब सवा ग्यारह बजे दूसरा हिस्सेदार चेतराम मीणा एवं उसके साथ उसका भाई बनेसिंह, पत्नी आशा, हेमराज एवं उसकी पत्नी प्रियंका, गजेंद्र, भवानी एवं उसकी पत्नी सीमा, जॉनी, बनी सिंह की पत्नी प्रेम बाई, चेतराम की पुत्री खुशबू, अतुल, पेट्रोल पंप पर आए और अपनी मोटरसाइकिल की टंकी में पेट्रोल डलवाया।
पैसे मांगने पर अभद्रता करते हुए मारपीट करने लगा। चेतराम व उसके भाई तथा साथ आए सभी महिला पुरुषों ने लाठी, डंडे, सरिया, धारदार हथियार कुल्हाड़ी व सबल लेकर उसके व भाई विनोद एवं पिता अतरसिंह पर हमला कर दिया। बीच बचाव करने आए चचेरे भाई अभिषेक पर भी जानलेवा हमला कर दिया। जिससे उन सभी के हाथ, पैर एवं सिर में गंभीर रूप से चोट आई।
उसके बाद सेल्समैन से चेतराम ने डेढ़ लाख रुपए की बिक्री राशि लूट ली। बोलेरो गाड़ी में तोड़फोड़ करके शीशे तोड़ दिए गए। गाड़ी में रखे चार लाख साठ हजार रुपए भी लूट लिए। उमेश ने बताया कि पहले भी चेतराम बैंक के रिकॉर्ड में हेराफेरी कर चुका है एवं पेट्रोल पंप में आग लगाने की धमकी दे चुका है।
थानाधिकारी टीनू सोगरवाल ने बताया कि पीड़ित पेट्रोल पंप संचालक उमेश जाट निवासी श्यारौली व चेतराम मीणा में पार्टनरशिप को लेकर आपस में विवाद चल रहा है। जिसमें चेतराम मीणा ने कुछ लड़कों के साथ आकर पेट्रोल पंप पर उमेश जाट एवं उसके भाइयों से झगड़ा किया। जिससे उनके मारपीट की हैं। घटना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कर चेतराम मीणा को गिरफ्तार किया है।