mp news: मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की शिवपुरी और पिछोर विधानसभा में शनिवार को केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया था। इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आमजन की समस्याएं सुनीं थीं। लेकिन पिछोर में सिंधिया के शिविर से जाने के बाद एक गंभीर मामला सामने आया, जहां कुछ आवेदकों द्वारा दिए गए आवेदन पत्र फेंक दिए गए और इसका वीडियो भी वायरल हुए। वायरल वीडियो सिंधिया तक पहुंचे तो उन्होंने इसे लेकर नाराजगी जताई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तत्काल जांच के आदेश दिए। सिंधिया की नाराजगी से अधिकारियों में हड़कंप मच गया और तुरंत जांच की गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि कुछ शरारती तत्वों ने जानबूझकर यह अफवाह फैलाई कि कर्मचारियों ने आवेदनों को फेंक दिया है। जबकि पंजीयन काउंटर पर कार्यरत कर्मचारियों ने आवेदन पत्रों की फोटोकॉपी कर एक प्रति अपने रिकॉर्ड में रखी थी।
इस घटना में पंजीयन काउंटर पर तैनात कर्मचारियों की लापरवाही सामने आने पर कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। निलंबित कर्मचारियों में पटवारी दीपक शर्मा, पटवारी दीपक दांगी, प्रतीक पाराशर, सहायक ग्रेड 3 प्रमोद वर्मा, सहायक ग्रेड 3 प्रशांत शर्मा के नाम शामिल हैं। इनके अलावा पंजीयन काउंटर पर ड्यूटी पर तैनात पांच शिक्षकों के खिलाफ भी कार्यवाही के लिए एसडीएम ने प्रस्ताव भेजा है।
एसडीएम पिछोर ने बताया कि पंजीयन काउंटर पर काम कर रहे कर्मचारियों से कुछ शरारती तत्वों ने स्कैन और फोटोकॉपी आवेदन छीनकर एक महिला को सौंप दिए और यह अफवाह फैला दी कि आवेदनों को कचरे में फेंका गया है। इस मामले में जांच के बाद शरारती तत्वों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।