राजस्थान से रूस नौकरी करने जा रहे 6 युवकों का दिल्ली एयरपोर्ट पर वीजा निकला फर्जी
राजस्थान के सीकर जिले से बड़ी जालसाजी का मामला सामने आया है, जहां के 6 युवक लाखों की ठगी का शिकार हुए है। वे घर से रूस नौकरी करने निकले थे, लेकिन एयरपोर्ट पर ही उन्हें रोक लिया गया।
सीकर। फतेहपुर कस्बे में तीन एजेंटों ने मिलकर बड़ी ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। रूस में मोटी तनख्वाह पर नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लोगों से 13.80 लाख रुपये की ठगी की है। पीड़ितों ने बताया कि उन्हें हर महीने 1 लाख रुपये व अलग से रहने-खाने की व्यवस्था भी कंपनी की ओर से करवाने का झांस दिया गया था।
पीड़ितों ने ठगे जाने के बाद फतेहपुर सदर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस से मिली जानकारी के मुतापिक, दिसंबर 2024 में बख्तारपुरा निवासी यूनुस खान, उसका भांजा सोयल और अफ़रान खान ने बड़ी ठगी को अंजाम दिया। रिपोर्ट के मुताबकि, मोहम्मद अजीज के घर पहुंचकर तीनों ने खुद को करणी टूर एंड ट्रैवल मुंबई का कर्मचारी बताया था।
एक नौकरी के बदले 2.30 लाख की थी डिमांड
ठगों ने कहा कि उनकी कंपनी का रूस में भी कार्यालय है, जहां वेयरहाउस में पैकिंग का काम है। एजेंटों ने प्रति व्यक्ति 2.30 लाख रुपये की मांग की। इसके बदले में 10 दिन बाद ओजोन कंपनी का वर्क वीजा देने की बात कही थी।
दिल्ली एयरपोर्ट पर फर्जी वीजा का चला पता
मोटी तनख्वाह के लालच में अजीज खान, अरशद खान, सत्तार खान और सादुन खान भी फंस गए। पैसे लेने के बाद एजेंटों ने अजीज खान, वसीम, अकरम और मोहम्मद सत्तार को दिल्ली एयरपोर्ट बुलाया, जहां बोर्डिंग काउंटर पर पता चला कि उनका वीजा फर्जी है। अब फतेहपुर सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।