पत्रिका ने उजागर किया था मामला
यह मामला राजस्थान पत्रिका ने 23 नवंबर 2024 को उजागर किया था। पत्रिका ने दस्तावेज में फर्जीवाड़ा का आरोप, जेटीए को रेवदर से हटा शिवगंज लगाया शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित कर इस मामले को उठाया था।यह था मामला
जिला परिषद सिरोही में सिविल इंजीनियरिंग दस्तावेज से महेंद्र कुमार कनिष्ठ तकनीकी सहायक जेटीए के पद पर वर्ष 2008 से कार्यरत था। किसी ने उसकी डिग्री फर्जी होने की शिकायत की। इस पर सीईओ ने महेंद्र कुमार की डिग्री को सत्यापन के लिए प्राविधिक शिक्षा निदेशालय जोधपुर भेजा था। जहां से सबंधित कार्यालय ने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा उत्तीर्ण नहीं होने की सूचना जिला परिषद को दी। प्राविधिक शिक्षा मंडल ने पेश किया रिकॉर्ड किसी अन्य छात्र का बताया।पूर्व विधायक लोढ़ा ने मंत्री से की थी शिकायत
इस मामले में पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा को उनके ही विभाग के इस अजब गजब कारनामे से अवगत करवाया था। लोढ़ा ने आरोप लगाया कि डिग्री दस्तावेज में फर्जीवाड़ा प्रमाणित होने के बाद भी आरोपी कार्मिक विक्रम नौकरी जारी रखे हुए है। जिला परिषद सिरोही इतने दबाव में कार्य कर रही हैं कि न तो आरोपी को निकाला और न ही कोई मुकदमा दर्ज कराया। उन्होंने कार्रवाई की मांग की थी।इनका कहना है
जेटीए महेन्द्र कुमार को मनरेगा से सेवामुक्त कर दिया। दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने के मामले में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के विकास अधिकारी को निर्देश दे दिए। साथ ही तत्कालीन विकास अधिकारी आवड़दान के सही तरीके से जांच नहीं करने के मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र बनाकर विभाग को भेजा है और सत्यापन मामले में कनिष्ठ सहायक कानाराम को 17 सीसीए के तहत आरोप पत्र जारी कर दिया।प्रकाश चंद अग्रवाल, सीईओ, जिला परिषद सिरोही