मिली जानकारी के अनुसार बिसुंदनी गांव में रहने वाली साठ साल की प्रेमी देवी के मकान का निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण कार्य में मदद के लिए बेटी और दामाद भी आए हुए थे। बेटी माया और दामाद कंवरलाल आज सवेरे घर पर ही थे और मकान की तराई कर रहे थे। लेकिन इसी दौरान अचानक पानी की बौछार मकान के नजदीक से गुजर रहे बिजली के तारों के संपर्क में आ गई और पूरे मकान में तेज करंट दौड़ा।
कंवर लाल और पत्नी माया को बचाने के लिए प्रेमी देवी और उनकी एक अन्य बेटी तारा देवी दौड़े, लेकिन वे भी इस हादसे की चपेट में आ गए। चारों अचेत हो गए। आसपास रहने वाले लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी और पावर सप्लाई को बंद कराया। उसके बाद चारों को अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही प्रेमी देवी, उनकी बेटी माया और दामाद की मौत हो चुकी थी। प्रेमी देवी के पति का भी देहांत कुछ समय पहले ही हो चुका था। तारा देवी की हालत गंभीर बनी हुई है। लोगों का कहना था कि नए मकान के निर्माण को लेकर प्रेमी देवी उत्साहित थी, जल्द ही गृह प्रवेश करने की तैयारी भी कर रही थी, लेकिन किसे पता था कि गृह प्रवेश के लिए जीवित नहीं बचेंगी।