दरअसल बीकानेर के देशनोक इलाके में बुधवार रात राख से भरा हुआ एक ट्रोला पास से गुजर रही कार पर पलट गई। तीन क्रेन की मदद से ट्रोला हटाया जा सका। जब तक कार में सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। दो अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सभी लोग बीकानेर के ही नोखा इलाके के रहने वाले थे। इनमें करणीदार, श्याम सुंदर, द्वारिका प्रसाद, मूलचंद, पप्पूराम और अशोक शामिल थे। सभी आपस में चचेरे भाई थे और एक ही परिवार कुटुंब के थे। इसके अलावा सभी अपने-अपने परिवार के मुखिया थे। गुरुवार को सभी के शव एक साथ तीन एंबुलेंस की मदद से उनके घर पहुंचाये गए तो पूरा कस्बा सन्न रह गया। एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। महिलाएं तो क्या पुरुष तक आंसू नहीं थाम सके।
बुधवार देर रात बीकानेर के ही श्रीडूंगरगढ़ में देर रात करीब ढाई बजे चार दोस्तों को अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। चार में से तीन की मौत हो गई। उनमें से एक का तो सिर और धड़ ही अलग हो गए। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि सभी बीकानेर के ही रहने वाले थे। मृतकों में रेवतराम, जीतूराम, नेमीचंद की मौत हो गई। जबकि रामलाल गंभीर घायल है जिसे बीकानेर रेफर किया गया है। गुरुवार को दोस्तों का अंतिम संस्कार किया गया। पता चला कि चारों में से एक की बहन की शादी कुछ समय पहले हुई थी। बहन से मिलकर चारों लौट रहे थे। इससे पहले एक होटल में खाना खाया था। उस समय सेल्फी ली थी, जो अब वायरल हो रही है।