श्रीगंगानगर जिले की अंतिम सीमा एवं बीकानेर जिले की सीमा पर बसे गांव के लोगों को पंचायत समिति के कार्यों के लिए 50 से 55 किमी दूर घडसाना जाना पड़ता है। अगर रावला को मुख्यालय बनाए तो यह आसपास की 20 से अधिक पंचायतों के केंद्र में रहेगा जिससे आमजन को राहत मिलेगी।
जन आक्रोश को शांत करने के लिए सरकार ले सकती है निर्णय
रावला क्षेत्र में पंचायत समिति सहित लगभग एक दर्जन ग्राम पंचायत बनने की संभावना है। राज्य सरकार की ओर से गत दिनों एक आदेश जारी कर अनूपगढ़ जिले को निरस्त कर दिया गया था जिसके चलते क्षेत्र में जन आक्रोश है। इसे कम करने के लिए भी पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायतें बनाने की संभावना प्रबल है तथा इस निर्णय को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रावला तहसील क्षेत्र में ग्राम पंचायत 8 पीएसडी रावलामंडी, 2 केएलडी 365 हैड, 10 केडी रावला गांव, 13 डीओएल, खानूवाली,चार केपीडी, 22 आरजेडी, रोजङी, 10 डीओएल व सखी ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन कर नई ग्राम पंचायत बनाई जा सकती है। राजनीति जानकारों की मानें तो 8 पीएसडी रावला मंडी ग्राम पंचायत का पुनर्गठन कर 3 ग्राम पंचायत बनाई जा सकती है।
इनमें 6 पीएसडी, रावला मंडी, 8 पीएसडी, 2 केएलडी व 365 हैड का पुनर्गठन कर एक बीडी या दो एलएम ग्राम पंचायत बनाई जा सकती है। 17 केएनडी खानूवाली का पुनर्गठन कर एक ग्राम पंचायत बनाई जा सकती है। इसी तरह 13 डीओएल का पुनर्गठन कर सात डीओएल ग्राम पंचायत बनने की प्रबल संभावना है।
इसी तरह दस डीओएल व चार केपीडी का पुनर्गठन कर एक केएलएम तथा 22 आरजेडी का पुनर्गठन कर 27 आरजेडी, रोजड़ी का पुनर्गठन कर तीन केएचएम, 10 केडी रावला गांव का पुनर्गठन कर दो केएनडी, सखी का पुनर्गठन कर आठ एसकेएम, ग्राम पंचायत बनाने की संभावना है।
जनमानस तथा कार्यकर्ताओं की भावना को देखते हुए निर्णय किया जाएगा। सभी कार्यकर्ताओं से प्रस्ताव भिजवाने को कहा गया है। रावला पंचायत समिति सहित ग्राम पंचायतें बनाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।- सन्तोष बावरी, पूर्व विधायक, अनूपगढ़
रावला को पंचायत समिति बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। रावला बड़ा कस्बा है और कई पंचायतों का केंद्र भी है। अगर इसे पंचायत समिति मुख्यालय की सौगात दी जाए तो क्षेत्र के लोगों को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिलेगा।- विक्रम सिंह रामगढ़िया, भाजपा मंडल अध्यक्ष, रावला मंडी