राजस्थान में यहां एक साथ गरजे 11 बुल्डोजर, विधायक ने खुद संभाला मोर्चा, दुकानदारों में अफरा-तफरी
Bulldozer Action: विधायक जयदीप बिहाणी ने कहा कि पिछली मूसलाधार बारिश में शहर डूबने की कगार पर पहुंच गया था। नाले बड़े हैं लेकिन पानी की निकासी बाधित है। इसका कारण है नालों पर अतिक्रमण और रुकावटें।
श्रीगंगानगर। शहर की जलनिकासी व्यवस्था में बाधा बने अतिक्रमणों को लेकर सोमवार को नगर परिषद ने बड़ा अभियान शुरू किया। विधायक जयदीप बिहाणी की मौजूदगी में भगतसिंह चौक से इंदिरा चौक तक मुय नाले पर बने अस्थायी कब्जे हटाए गए। शुरुआत में नगर परिषद की सुस्ती पर विधायक ने नाराजगी जताई, जिसके बाद 11 बुलडोजर और 10 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ अभियान ने गति पकड़ी।
फूल विक्रेताओं के अस्थायी स्टॉल हटाए गए और उनका सामान ट्रॉली में रखा गया। मटका चौक पर मिट्टी के बर्तन बेचने वालों ने विरोध किया और विधायक से बहस भी हुई। हालांकि विधायक ने भरोसा दिलाया कि किसी का नुकसान नहीं होगा, लेकिन नाले पर कब्जे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। इसके बाद मुय नाले की सफाई शुरू हुई।
रवीन्द्र पथ और बीरबल चौक पर भी कार्रवाई
रवीन्द्र पथ पर एक होटल के सामने सीमेंटेड चैंबर तोड़ा गया, जहां नाले में गंदगी भरी हुई मिली। बीरबल चौक पर लोहे के एंगल हटाकर नाले में फंसे डिस्पोजल व प्लास्टिक सामग्री की सफाई की गई।
मुय नाले में फिर भी पानी का प्रवाह धीमा
बीरबल चौक से इंदिरा चौक तक सड़क के बीचोबीच बना मुय नाला खुलवाया गया, लेकिन पानी का प्रवाह अपेक्षित नहीं मिला। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि असली समस्या इंदिरा चौक से कबीर चौक तक है, जहां नाला पूरी तरह जाम है। नगर परिषद अमले ने किसी की बात नहीं सुनी और जेसीबी से सफाई जारी रखी।
विधायक ने कहा- अब कोई समझौता नहीं
विधायक बिहाणी ने कहा कि पिछली मूसलाधार बारिश में शहर डूबने की कगार पर पहुंच गया था। नाले बड़े हैं लेकिन पानी की निकासी बाधित है। इसका कारण है नालों पर अतिक्रमण और रुकावटें। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त रवीन्द्र यादव, एक्सईएन मंगतराय सेतिया और स्वास्थ्य अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी प्रकार की रियायत न दी जाए।
पुराने नाले पर कब्जा, अब उठी हटाने की मांग
इंदिरा चौक से गुरुनानक बस्ती गड्ढा क्षेत्र तक दो नाले हैं। पुराने नाले पर मकान और दुकानें बन चुकी हैं। पूर्व सभापति ने नए नाले का निर्माण तो कराया, लेकिन उसकी निकासी क्षमता कम है। जब पुराने नाले खोलने की बात हुई तो अधिकारी चुप्पी साध गए। इस हिस्से की सफाई कभी भी कराई जा सकती है।
पुलिस बल रहा तैनात
बुल्डोजर एक्शन के दौरान कोतवाली व जवाहरनगर थाने का जाब्ता मौके पर तैनात रहा। कोतवाली एसआई रामेश्वरलाल बिश्नोई के नेतृत्व में पुलिस ने कानून व्यवस्था संभाली। यूआईटी सचिव अशोक असीजा ने कहा कि न्यास क्षेत्र में अतिक्रमण स्वयं हटाएं, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी और खर्च संबंधित से वसूला जाएगा।
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