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श्री गंगानगर

सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का अभाव,कैसे हो ज्ञान का उजियारा

सूरतगढ़. केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के दावें किए जा रहे हैं, वही, सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त होने से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से एक दर्जन से अधिक विद्यालयों में दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को एक ही शिक्षक मजबूरन पढ़ा रहे हैं।

श्री गंगानगरMay 19, 2025 / 05:45 pm

Jitender ojha

सूरतगढ़. केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के दावें किए जा रहे हैं, वही, सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के पद रिक्त होने से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से एक दर्जन से अधिक विद्यालयों में दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को एक ही शिक्षक मजबूरन पढ़ा रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई पर व्यापक असर पड़ रहा है। ब्लॉक में शिक्षा विभाग की ओर से 131 राजकीय प्राथमिक विद्यालय,75 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, 83 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय,9 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय,दो मदरसा,एक संस्कृत विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक सरकारी विद्यालयों में एक ही शिक्षक दो कक्षाओं के विद्यार्थियों को अध्यापन करवा रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की शिक्षा की गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा रहा है। शिक्षकों की कमी की वजह से अन्य शिक्षकों पर अध्यापन कार्य का भार भी बढ़ गया है।

यह है शिक्षकों की स्थिति

ब्लॉक में प्रधानाचार्य के 75 पद में से 27 रिक्त, उपप्रधानाचार्य के 57 में से 15, प्रथम श्रेणी अध्यापक के 221 पद में से 45, द्वितीय श्रेणी अध्यापक के 444 पद में से 125, तृतीय श्रेणी एल टू व समकक्ष शिक्षक के 489 पद में से 32,तृतीय श्रेणी एल वन व समकक्ष शिक्षक के 666 पद में से 19, प्रशिक्षक व शारीरिक शिक्षक के 110 में से 12, बेसिक/वरिष्ठ कंप्यूटर अनुदेशक के 38 में से 3 पद रिक्त पड़े हैं। अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी के 13 में से 4, सहायक प्रशासनिक अधिकारी 35 में से 16, वरिष्ठ सहायक 28 में 10 , कनिष्ठ सहायक 15 में से 4, पुस्तकालयाध्यक्ष द्वितीय श्रेणी के 5 में से 3,पुस्कालयाध्यक्ष तृतीय श्रेणी के 11 में से 3, चतुर्थ श्रेणी कर्मी के 115 में से 108, लैब ब्वाय के 6 पद में से 4 पद रिक्त पड़े हुए हैं।
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ग्रामीण क्षेत्रों में परीक्षा परिणाम पर पड़ रहा असर

ग्रामीण क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में लम्बे अध्यापकों के खाली पद परेशानी का कारण बने हुए हैं। इन खाली पदों के चलते विद्यालयों में विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है और इसका असर परीक्षा परिणाम पर भी पड़ रहा है। क्षेत्र के गांव हरदासवाली के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय स्कूल में स्वीकृत 20 पदों में से 7 पद खाली पड़े हैं। इसी तरह लालगढिय़ा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्यापकों के 14 पद में से 4 पद खाली,दो डीओ के विद्यालय में 18 में से 5 पद खाली, भोपालपुरा में 25 में से 5 व गोपालसर में 23 में से 6 तथा बीरमाना के विद्यालय में विभिन्न विषयों के अध्यापकों के 26 में से 5 पद रिक्त पड़े हुए हैं।
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इस सत्र में सभी पद भर जाएगे

राज्य सरकार ने डीपीसी के माध्यम से शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की है। जुलाई माह में सभी ब्लॉकों में शिक्षकों के रिक्त पद भर जाएगे।-गिरजेश कांत शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी(प्रारंभिक), श्रीगंगानगर

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