बता दें कि उस समय भी सड़क का घटिया निर्माण किया था, जिस कारण सड़क करीब छह महीने बाद ही टूट गई थी। इसकी शिकायत पर ठेकेदार ने पुनर्निर्माण किया, लेकिन फिर से सड़क के वही हाल हो गए। पांच किलोमीटर सड़क तक कई जगह डामर पूरी तरह उखड़कर गिट्टी बाहर आ गई है।
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क्या कहना है ग्रामीणों का
ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार ने सड़क का निर्माण सही नहीं करने से सड़क जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है, जिस कारण आए दिन वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे है। वहीं, सड़क के किनारे बबूल की झाड़ियां इतनी फैल गई है कि वाहन चालकों को आगे से आने वाला वाहन दिखाई नहीं देता, जिस कारण परेशानी हो रही है।
बता दें कि सड़क निर्माण कार्य करीब 65 लाख रुपए की लागत से हुआ था। लेकिन निर्माण में खानापूर्ति होने से सड़क बार-बार टूट रही है। ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजकर ठेकेदार को पाबंद कर सड़क दुरुस्त करने की मांग की है।