थानाधिकारी रविन्द्र चारण ने बताया कि रूपनगर कच्ची बस्ती निवासी आजाद हुसैन ने मामला दर्ज करवाया कि उसका बड़ा बेटा साबिर हुसैन उर्फ सोनू (26) 29 जनवरी को रात 8.30 बजे मोहल्ले के ही सदाकत हुसैन के साथ गया था, जो देर रात तक वापस नहीं लौटा।
रात 11 बजे उसके मोबाइल पर फोन किया तो बंद आया। उसकी बहू तबस्सुम बानो ने सदाकत के मोबाइल पर फोन किया तो एक घंटी गई और सदाकत ने भी मोबाइल बंद कर दिया। 30 जनवरी को उसने व बहू ने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट सुखेर थाने में दर्ज कराई।
3 फरवरी को सोनारिया गांव के पास बाहर की तरफ सोप स्टोन फैक्ट्री के वहां खुले स्थान पर प्लास्टिक के कट्टे में लाश मिली। उसका मोबाइल भी उसी के पास पड़ा था। परिजनों ने बताया कि साबिर व सदाकत में महिला को लेकर अनबन थी। वह बेटे का अपहरण कर ले गया और राजू खटीक के साथ मिलकर हत्या कर दी और लाश को फेंक दिया।
इस पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। पुलिस टीमों ने अलग-अलग जगहों पर दबिशें दी। इस दौरान सूचना मिली कि दोनों आरोपी अजमेर की ओर हो सकते हैं तथा वापस उदयपुर की तरफ किसी साधन से आ रहे हैं। सूचना पर नेगड़िया टोल नाके पर नाकेबंदी की। बुधवार अलसुबह सदाकत हुसैन उर्फ सौदागर और उसके साथी सोनियारा सुखेर निवासी राजू खटीक को डिटेन कर पूछताछ की। आरोपियों ने आपसी रंजिश के कारण हत्या करना कबूल किया।