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प्रदेश को मिले पांच साइबर कमांडो, कसेंगे साइबर अपराधियों की नकेल साइबर ठगी का नया गढ़ बन रहा नागदा
नागदा साइबर ठगी(Digital Arrest) का नया गढ़ बन रहा है। नागदा के कई लोग फर्जी बैंक खातों को किराए पर देने, फर्जी सिम कार्ड बनाने और गेमिंग ऐप्स के जरिए ठगी जैसे मामलों में भी लिप्त पाए गए हैं।
सरगना की वाट्सऐप चैटिंग से फंसे आरोपी
पुलिस को जांच में मुख्य आरोपी नागदा के उदय कुमार की वाट्सऐप चैटिंग हाथ लगी। इसी से ठगी के नेटवर्क का खुलासा हुआ। चैटिंग से पता चला कि रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव से ठगे गए 2.52 करोड़ रुपए में से कुछ रकम नागदा स्थित बैंक खातों में पहुंचे। ये भी पढें –
रैपिडो चालक से एक दिन में दो बार ठगी, मामला जान पुलिस भी हैरान पांच आरोपी 27 साल के, एक 42 का
मंडी टीआइ अमृतलाल गवरी ने बताया कि छह में 5 आरोपियों की उम्र 27 साल से कम है। सिर्फ एक 42 साल का है। नागदा के करण विनाग्या (19), राहुल कहार (22), तुषार गौमे (26), शुभम राठौर (23) और रतलाम का विश्वजीत बार्मन (42) और उज्जैन की काजल जायसवाल (27) साल की है। ग्वालियर पुलिस को कुछ नए किरदारों के भी ठगी में शामिल होने के सुराग मिले हैं।
यह है मामला
ग्वालियर (Digital Arrest Case) के रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद (Swami Supradiptananda) को ठगों ने 26 दिन डिजिटल अरेस्ट रखा। खातों से ₹2.53 करोड़ की ठगी की। आखिरी ट्रांजेक्शन 11 अप्रेल को कराया। साइबर क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो नागदा से तार जुड़ गए। ये भी पढें
– वर्दी और दागदार, साइबर ठगों से ऐशबाग पुलिस की सांठगांठ उज्जैन में प्रदीप्तानंद से ठगे थे 71 लाख
रामकृष्ण मिशन आश्रम के संत स्वामी प्रदिप्तानंद(Swami Supradiptananda) से भी 2024 में साइबर ठगी हुई थी। ताइवान से पार्सल में ड्रग मिलने का डर दिखाकर स्काइप ऐप डाउनलोड कराया। 24 घंटे डिजिटल अरेस्ट रख 71 लाख रुपए ठगे थे। प्रदीप्तानंद ने 30 नवंबर 2024 को शिकायत की। पुलिस ने बताया, ठगों ने आइसीआइसीआइ व यस बैंक खातों में 59 लाख व 12 लाख ट्रांसफर कराए थे। पुलिस ने 10 दिन में ₹23 लाख फ्रीज कराए। इंदौर के महेश फतेहाचंदानी, मयंक सेन, यश अग्रवाल, सतवीर सिंह को पकड़ा था।