मामले को लेकर भाजपा विधायक चिंतामणि मालवीय ने कहा सरकारी आती जाती रहती हैं, लेकिन सिंहस्थ कई हजारों साल से लगातार आयोजित किया जा रहा है। ऐसे में हिंदुओं की आस्था के केंद्र सिंहस्थ को लेकर भी लगातार गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। सिंहस्थ हर बार क्षिप्रा नदी के किनारे आयोजित होता है। उसके आसपास की जमीनों पर लगातार अतिक्रमण बढ़ रहा है। उन्हें खुर्द बुर्द किया जा रहा है। ऐसे में सरकार को इसपर ध्यान देना चाहिए। सरकार को जांच करानी चाहिए कि आखिर कौन वह लोग हैं जो सिंहस्थ की जमीन पर लगातार अतिक्रमण कर रहे हैं।
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कांग्रेस की विधायक राम सिया भारती का कहना है कि यदि हम सवाल उठाते हैं तो सत्ता पक्ष कहता है कि कांग्रेस आरोप लगा रही है. लेकिन जब उनके ही विधायक अगर सिंहस्थ की जमीन में हेरा फेरी का आरोप लगा रहे हैं तो मामला बेहद गंभीर है. सिंहस्थ लाखों करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है और यदि उसकी जमीन में गड़बड़ी की जाएगी तो आने वाले समय में सिंहस्थ कहां लगेगा? इसको लेकर सवाल खड़ा होता है, ऐसे में सरकार को इस मामले में गंभीरता से ध्यान देना चाहिए ताकि हिंदुओं की आस्था आहत न हो।
पहले भी हो चुकी कार्रवाई
गौरतलब है कि अक्टूबर महीने में भी सिंहस्थ की भूमि पर किए जा रहे अवैध कब्जे के खिलाफ कार्रवाई हुई थी, जिसमें मदीना कॉलोनी में सिंहस्थ भूमि पर अवैध कब्जे को हटाया गया था। शहर के जूना सोमवारिया स्थित मदीना कॉलोनी में प्रशासन ने करीब 80 मकान और 10 गोदामों को हटाया था। कार्रवाई के दौरान सिंहस्थ मेले के लिए आरक्षित करीब 3 हेक्टेयर भूमि पर अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण को हटाया गया था। यह भी पढ़ें- Annual Exam Time Table : स्कूलों का एनुअल एग्जाम टाइम टेबल जारी, यहां देखें कब किस क्लास में होंगे एग्जाम 2028 में में क्षिप्रा नदी के किनारे होगा सिंहस्थ मेला
आपको बता दें कि, साल 2028 में उज्जैन की क्षिप्रा नदी के किनारे सिंहस्थ मेले का आयोजन होने वाला है। उस दौरान करोड़ों की तादाद में हिंदू भक्त और संत सिंहस्थ स्नान के लिए उज्जैन पहुंचते हैं।