सुल्तानपुर एनकाउंटर पर चौतरफा बवाल, UPSTF और पुलिस पर उठ रहे सवाल
सुल्तानपुर में सर्राफा व्यापारी की दुकान में डकैती के मामले में दूसरे आरोपी अनुज प्रताप सिंह को यूपी STF ने मुठभेड़ में मार गिराया। इसके बाद से एक बार फिर UPSTF और पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला।
Sultanpur Robbery Case: सुल्तानपुर के ठठेरी बाजार में सर्राफा व्यापारी की दुकान पर 28 अगस्त को हुई डकैती के मामले में दूसरे आरोपी अनुज प्रताप सिंह को एसटीएफ और यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। अनुज पर 1 लाख रुपए का इनाम था। वह अमेठी का रहने वाला था। अनुज के एनकाउंटर के बाद से यूपी में सियासत गरमाई गई। इससे एक फिर यूपी पुलिस सवालों के घेरे में हैं।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि उप्र की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं। जिनका खुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं।
सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं। किसी का भी फर्जी एनकाउंटर नाइंसाफी है। हिंसा और रक्त से उप्र की छवि को घूमिल करना उप्र के भविष्य के विरूद्ध एक बड़ा षड्यंत्र है। आज के सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएंगे। इसीलिए वो जाते- जाते उप्र में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि उप्र में कोई प्रवेश- निवेश ही न करे। उप्र की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं। जिनका खुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं।
आरोपी अनुज प्रताप सिंह के पिता ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना
बदमाश अनुज प्रताप सिंह के पिता धर्मराज सिंह ने एक चैनल से बात करते हुए एनकाउंटर के लिए सीधे सीधे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को ही आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि उनकी मुरादें पूरी हो गईं। आखिर एक ठाकुर का एनकाउंटर हुआ है। इसी के साथ उन्होंने योगी सरकार और यूपी पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिन बदमाशों पर 35 से 40 मुकदमे हैं, उनका तो एनकाउंटर नहीं हो रहा। बस छोटे मोटे अपराधियों को फर्जी मुठभेड़ में मारकर पुलिस वाहवाही लूट रही है।
उन्नाव में पुलिस और आरोपी के साथ हुई मुठभेड़
मिली जानकारी के अनुसार 24 सितंबर 2024 को सुल्तानपुरलूट कांड में शामिल अभियुक्त अनुज और उसके एक साथी की उन्नाव में लखनऊ एसटीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में अनुज के सिर पर गोली लगी, जबकि उसका साथी गाड़ी से कूद कर भागने में कामयाब हो गया।
इसके बाद पुलिस 108 नंबर पर कॉल करके एंबुलेंस से अभियुक्त को अस्पताल लेकर गई। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने उसके शव को मुर्दाघर भेज दिया है।
एक लाख के इनामी अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में किया ढेर
इस पूरे मामले में उन्नाव के एएसपी अखिलेश सिंह ने बताया. “28 अगस्त को सुल्तानपुर में भरत ज्वैलर्स से संबंधित लूट और डकैती के संबंध में अभियुक्तों की सोमवार (23 सितंबर) को एसटीएफ लखनऊ की टीम के साथ थाना अचलगंज, उन्नाव में फायरिंग हुई। इस मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हुआ जबकि दूसरा भागने में सफल हो गया। घायल व्यक्ति की पहचान अनुज प्रताप सिंह पुत्र धर्मराज सिंह निवासी ग्राम जनकपुर थाना मोहनगंज जनपद अमेठी के रूप में की गई है।
घायल बदमाश एक लाख रुपए का इनामी था। घायल बदमाश को उपचार के लिए एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल उन्नाव भेजा गया। जिला अस्पताल में अभियुक्त को चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। ”
सुल्तानपुर में सर्राफा व्यापारी की दुकान में की थी लूटपाट
बता दें कि 28 अगस्त को सुल्तानपुर में सर्राफा व्यापारी भरत जी सोनी की दुकान में कुछ लोगों ने डकैती की थी। अनुज और उसके चार साथियों ने दुकान के मालिक भरत जी पर पिस्टल तान कर दुकान में डकैती की थी। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने घटना का वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में अनुज ही दुकान में सबसे पहले घुस कर पिस्टल तानते दिख रहा है। उसके बाद उसके चार साथी मंगेश, अरबाज, फुकरान, अंकित दुकान में घुसे थे।
इससे पहले 5 सितंबर को एक अन्य आरोपी मंगेश यादव को भी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। मंगेश और उसके एक साथी की मुठभेड़ एसटीएफ के साथ हुई थी। इनमें मंगेश यादव की मौत हो गई थी, जबकि दूसरे आरोपी अजय यादव के पैर में गोली लगी थी, जिसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
Hindi News / Unnao / सुल्तानपुर एनकाउंटर पर चौतरफा बवाल, UPSTF और पुलिस पर उठ रहे सवाल