परिवार में अकेलापन बना मौत की वजह
विदिशा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित पूरनपुरा में 60 वर्षीय सेवानिवृत्त परसराम कुशवाह की हत्या ने सभी को झकझोर दिया। उनका छोटा बेटा रवि उर्फ छोटू बेरोजगार था और अक्सर पैसों के लिए पिता से झगड़ता था। शनिवार शाम ऐसा ही एक विवाद जानलेवा बन गया, जब छोटू ने लोहे की रॉड से पिता पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। सिर और शरीर पर गंभीर चोटें लगने से परसराम की मौके पर ही मौत हो गई।
बड़ा बेटा शादी में, छोटा बेटा बना कातिल
वारदात के वक्त परसराम का बड़ा बेटा परिवार के साथ एक शादी में गया हुआ था। घर पर सिर्फ पत्नी राजबाई और छोटा बेटा मौजूद था। इसी दौरान रवि ने पैसों की मांग की, मना करने पर गुस्से में पिता को मार डाला। पुलिस ने सूचना मिलते ही आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया और शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
सौतेली मां से नफरत बनी हत्या की वजह
इससे पहले 10 मार्च को ग्राम जैतपुरा में सौतेली मां की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गई थी। बड़ा बेटा प्रशांत अपनी मां की मौत के बाद पिता की दूसरी शादी से नाराज़ था। रसोई में खाना बना रही सौतेली मां रानीबाई पर उसने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। पिता के खेत से लौटने तक महिला की मौत हो चुकी थी। इस सनसनीखेज मामले में भी बेटे को गिरफ्तार किया गया था। यह भी पढ़े –
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हर्ष विहार कॉलोनी में प्रमोद गिरी गोस्वामी और उसकी पत्नी संध्या के बीच प्यार से शुरू हुआ रिश्ता शक में तब्दील हो गया। 26 अप्रैल की रात प्रमोद के देर से आने पर संध्या ने झगड़ा शुरू किया, जिससे गुस्साए प्रमोद ने उसे बुरी तरह पीटा। संध्या ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
पति-पत्नी के झगड़े में मौत का खेल
सिरोंज तहसील के देहरी गांव में 19 अप्रैल को अकीला बी की उसके ही पति मुन्ने खां ने हत्या कर दी। मामूली कहासुनी ने हिंसा का रूप ले लिया और पति ने पत्नी पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
रिश्तों में संवाद की कमी बन रही खतरनाक
सेवानिवृत्त मनोवैज्ञानिक डॉ. चारू सक्सेना ने इस मामले में कहा कि ‘एकल परिवारों में संवाद की कमी, समझने-सुनने वाले लोगों का न होना, और आर्थिक तनाव इस तरह की घटनाओं को जन्म देते हैं। परिवारों को चाहिए कि किसी भी विवाद की स्थिति में बातचीत का रास्ता न छोड़े, अन्यथा परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं।’