78 को पकड़ लिया गया
सिंध प्रांत के पुलिस महानिरीक्षक गुलाम नबी मेमन ने बताया कि लगभग 2,000 कैदियों को भूकंप के बाद गिनती के लिए बाहर लाया गया था। इस दौरान 213 कैदी भागने में सफल रहे, जिनमें से 78 को दोबारा पकड़ लिया गया है, जबकि 138 अभी भी फरार हैं। एक कैदी की गोलीबारी में मौत हो गई, और तीन फ्रंटियर कोर कर्मी व एक जेल कर्मचारी घायल हुए।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में कैदी सड़कों पर भागते दिखाई दे रहे हैं। एक वीडियो में दो कैदी यह कहते सुनाई दिए कि वे कई सालों से जेल में थे और अब आजाद हो गए। पुलिस, रेंजर्स और फ्रंटियर कोर ने इलाके को घेर लिया है और फरार कैदियों की तलाश में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है।
फरार कैदियों को पकड़ना मुश्किल
सिंध के गृह मंत्री जिया-उल-हसन लांजर ने इसे पाकिस्तान के सबसे बड़े जेलब्रेक में से एक बताया। उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन घनी आबादी वाले कराची में फरार कैदियों को पकड़ना चुनौतीपूर्ण है। जेल में ज्यादातर नशे से संबंधित मामलों के कैदी थे, जिनमें कई मानसिक रूप से अस्थिर बताए जा रहे हैं।
सुरक्षा पर सवाल
यह घटना पाकिस्तान में जेल सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि कराची में भूकंपीय गतिविधियां आम हैं, क्योंकि यह शहर तीन टेक्टॉनिक प्लेटों के जंक्शन पर स्थित है। इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है, और जेल की संरचनात्मक कमजोरियों का आकलन किया जा रहा है।