PM Modi, एस जयशंकर और डोभाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं
कनाडा के NSA ने कहा कि “14 अक्टूबर को, सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर RCMP और अधिकारियों ने भारत सरकार के एजेंटों के कनाडा में गंभीर आपराधिक गतिविधि के सार्वजनिक आरोप लगाने का असाधारण कदम उठाया है। कनाडा सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी, मंत्री जयशंकर या NSA डोभाल को कनाडा के भीतर गंभीर आपराधिक गतिविधि से जोड़ने का कोई सबूत नहीं है, न ही उसे इसकी जानकारी है। इसके विपरीत कोई भी सुझाव या अटकलें दोनों ही गलत हैं।
भारत ने दिया था करारा जवाब
बता दें कि कनाडाई मीडिया के आरोप लगाने के बाद बीती 21 नवंबर को भारत इसका खंडन किया था और कहा था कि ये हास्यास्पद है। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी किए बयान में कहा गया था इस तरह के देश को बदनाम करने वाले अभियान सिर्फ और सिर्फ भारत और कनाडा के पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और नुकसान पहुंचाते हैं।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयवाल ने कहा था कि “हम आम तौर पर मीडिया रिपोर्टों पर टिप्पणी नहीं करते हैं। हालांकि, कनाडा सरकार के एक स्रोत के कथित तौर पर एक अखबार को दिए गए ऐसे हास्यास्पद बयानों को उसी अवमानना के साथ खारिज किया जाना चाहिए जिसके वे हकदार हैं। इस तरह के बदनामी अभियान केवल हमारे पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और नुकसान पहुंचाते हैं।”
गुरुद्वारे बाहर हुई थी खालिस्तानी निज्जर की हत्या
गौरतलब है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि पिछले साल कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने के उनके पास पक्के सबूत हैं। हालांकि भारत ने सभी आरोपों को नकारते हुए उन्हें “बेतुका” और “प्रेरित” बताया है और कनाडा पर अपने देश में चरमपंथी और भारत विरोधी तत्वों को जगह देने का आरोप लगाया है। निज्जर की पिछले साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरुद्वारे के बाहर हत्या कर दी गई थी।