शिक्षक खिड़कियों को कागज से ढकना चाहते थे
उन्होंने बताया कि उनके शिक्षक खिड़कियों को कागज से ढकना चाहते थे, ताकि शूटर अंदर न देख सकें, लेकिन उनके पास कागज चिपकाने के लिए टेप नहीं थी। इसलिए, छात्रों ने च्युइंग गम चबाना शुरू कर दिया और फिर खिड़कियों पर कागज चिपकाने के लिए च्युइंग गम काम में ली। उन्होंने उस खौफनाक लम्हे को याद करते हुए कहा, “शिक्षक पूछ रहे थे कि क्या हममें से किसी के पास कागज चिपकाने के लिए टेप है। किसी के पास टेप नहीं थी, और इसलिए हममें से कुछ ने बस अपनी च्युइंग गम निकाली और चबाना शुरू कर दिया ताकि हम खिड़कियों पर कुछ कागज चिपका सकें।”
मैडिसन एस्किन्स ने बताया कि मृत होने का नाटक कर बच गई
जानकारी के मुताबिक विश्वविद्यालय के परिसर के पास यह सामूहिक गोलीबारी कथित तौर पर एक स्थानीय डिप्टी शेरिफ़ के सौतेले बेटे ने की। 20 वर्षीय फ़ीनिक्स इकनर ने कथित हमले को अंजाम देने के लिए अपनी सौतेली माँ की पूर्व सर्विस रिवॉल्वर का इस्तेमाल किया। उधर 23 वर्षीय मैडिसन एस्किन्स ने बताया कि मृत होने का नाटक कर के बच गई। सुश्री एस्किन्स ने वह भयानक मंजर याद करते हुए कहा कि वह एक यूनियन बिल्डिंग के पास एक दोस्त के साथ जा रही थी कि तब उसके कूल्हे में गोली लगी।
पीछे से कूल्हे में गोली लगी, तो मैं ज़मीन पर गिर गई, साँस रोक ली
उसने मीडिया को बताया, “जब मुझे पीछे से कूल्हे में गोली लगी, तो मैं ज़मीन पर गिर गई, अपनी आँखें बंद रखीं और मरने का नाटक किया। मैंने अपने शरीर की सभी मांसपेशियों को ढीला छोड़ दिया, आँखें बंद कर के साँस रोक ली। और जब मुझे ज़रूरत होती तो मैं बीच-बीच में थोड़ी-थोड़ी देर में साँसें लेती थी।”
अगर मैं चलती तो हमलावर मुझे फिर से गोली मार देता
सुश्री एस्किन्स ने बताया, “मुझे पक्का पता है कि अगर मैं चलती तो हमलावर मुझे फिर से गोली मार देता। जब छात्रों ने बंदूकधारी हमलावर को अपना हथियार फिर से लोड करते और “भागते रहो” कहते हुए सुना तो वे किसी भी दिशा में भाग गए। इकनर को फिलहाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। क्योंकि घटना के दौरान पुलिस ने उसे गोली मार दी थी।