अस्पतालों पर हमला, मरीज़ों की जान पर बनी
शनिवार को इज़राइली हमलों में ग़ाज़ा के उत्तरी हिस्से में स्थित अल-आहली अस्पताल को गंभीर नुकसान पहुंचा। अस्पताल के कई ब्लॉक बमबारी में ध्वस्त हो गए, जिससे मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों को जान बचाने के लिए अस्पताल छोड़कर नजदीकी गलियों में शरण लेनी पड़ी।WHO और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पुष्टि की है कि चिकित्सा सहायता के अभाव में एक फिलिस्तीनी बच्चे की मौत हो गई। रविवार के हमलों के बाद गाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब तक कुल 50,944 लोग शहीद हो चुके हैं। वहीं, गाज़ा मीडिया ऑफिस का दावा है कि शहीदों की संख्या 61,700 से अधिक हो चुकी है, क्योंकि कई लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा
सऊदी अरब ने अस्पताल पर हुए हमले को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों का उल्लंघन बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की है। ब्रिटेन की सरकार ने भी इस हमले को “निंदनीय” बताते हुए इज़राइल से तत्काल हमले रोकने की अपील की है।