पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और तैयारी
पाकिस्तान ने भी अपनी नौसेना की तत्परता बढ़ाई है। 1 जून को, पाकिस्तानी नौसेना ने अपने प्रमुख बंदरगाहों पर विषम खतरों से निपटने के लिए दो दिवसीय अभ्यास की घोषणा की। इसके अलावा, पाकिस्तान ने 7 मई को भारतीय हमलों के जवाब में 450 किमी रेंज वाली अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया।चीन-पाकिस्तान सैन्य सहयोग
भारत के लिए चिंता का विषय यह भी है कि पाकिस्तान और चीन के बीच सैन्य सहयोग गहरा रहा है। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने इसे “उच्च स्तर का मिलकर काम करना” बताया है, जिससे भारत को दो मोर्चों पर युद्ध की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और रणनीतिक समीकरण
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस बढ़ते तनाव को गंभीरता से लिया है। भारत ने पाकिस्तान के साथ जल, थल और वायु सीमाओं पर अपनी सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाया है, जबकि पाकिस्तान ने अपनी वायु रक्षा प्रणालियों को सक्रिय किया है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के हवाई क्षेत्र को बंद किया है, जिससे नागरिक उड़ानों पर भी असर पड़ा है।रिएक्शन:राजनाथ सिंह के बयान को “रणनीतिक चेतावनी” करार दिया
भारतीय रक्षा विश्लेषकों ने राजनाथ सिंह के बयान को “रणनीतिक चेतावनी” करार दिया है, जो यह दिखाता है कि भारत अब केवल जमीन और हवा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि समुद्र में भी सैन्य जवाब देने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार है।पाकिस्तानी विश्लेषकों ने इस बयान को “गंभीर उकसावे” के रूप में देखा है और कहा कि इससे क्षेत्रीय अस्थिरता और गहरी हो सकती है।
दोनों देशों के बीच सुलगते सवाल
क्या चीन-पाक नौसैनिक अभ्यास भारत के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बना रहा है?क्या भारत अपनी नौसेना को हिंद महासागर क्षेत्र में नई भूमिका देने की तैयारी में है?
क्या दोनों देशों के तटीय शहर, जैसे कराची और मुंबई, अब रणनीतिक निशाने बन सकते हैं?