संदिग्ध है साजू की मौत
डेड बॉडी मिलने के बाद साजू के परिवार को खबर दे दी गई है। स्कॉटलैंड पुलिस ने बयान देते हुए कहा है कि उन्हें एडिनबर्ग के पास एक गांव न्यूब्रिज के पास नदी में एक शव मिला। बीते शुक्रवार, 27 दिसंबर, 2024 को लगभग 11.55 बजे ये सूचना मिली। अभी औपचारिक पहचान होना बाकी है। एक रिपोर्ट प्रोक्यूरेटर फिस्कल, स्कॉटलैंड की अभियोजन सेवा और मृत्यु जांच निकाय को भेजी जाएगी। पुलिस ने कहा कि साजू की मौत संदिग्ध है, इसकी जांच की जा रही है।
6 दिसंबर की शाम से लापता हो गई थी छात्रा
पुलिस ने बताया कि जांच में बता चला है कि साजू को आखिरी बार 6 दिसंबर की शाम को लिविंगस्टन के अल्मोंडवेल में असदा सुपरमार्केट स्टोर में देखा गया था इसका CCTV खंगाला गया है। साजू के परिवार और दोस्तों ने कहा कि 6 दिसंबर की शाम से ही साजू लापता हो गई। जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा करते हुए साजू की तस्वीरें जारी की इस उम्मीद में, कि कोई उसे पहचान लेगा। उसके दोस्तों और परिवार ने कहा था कि उसका गायब होना उसके स्वभाव के विपरीत था और वे उसकी सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हो गए थे।
2024 में भारतीय स्टूडेंट्स की मौतें
गौरतलब है कि 2024 में विदेशों में भारतीय छात्रों की मौतों (Indian Students Death in Abroad) के संबंध में चिंता जाहिर की जा रही है। क्योंकि इस साल बाहर पढ़़ने वाले छात्रों की मौत या हत्या के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए हैं। इसमें सबसे ज्यादा केस अमेरिका से सामने आए हैं। एक अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में जनवरी से लेकर अब तक 11 भारतीय या भारतीय मूल के छात्रों की मौत हुई है। कनाडा में दिसंबर में 3 भारतीय छात्रों की हत्या की घटनाएं सामने आई हैं। विदेश में मौतों को लेकर कई रिपोर्ट्स भी सामने आईं। इन घटनाओं के कारणों में प्राकृतिक मौतें, दुर्घटनाएं, स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियां, और हिंसक हमले शामिल हैं। हालांकि, 2024 के लिए सभी देशों में भारतीय छात्रों की मौतों का पूरा आंकड़ा अभी तक किसी भी आधिकारी एजेंसी, संस्था या मीडिया रिपोर्ट ने जारी नहीं किया जा रहा है।
विदेश में बढ़ रहे भारतीय छात्रों की मौतों के मामले
पिछले साल के आंकड़ों के मुताबिक 2018 से 2023 तक विदेशों में कुल 633 भारतीय छात्रों की मौत हुई थी, जिनमें से 19 की मौत हिंसक हमलों में हुई थी। भारतीय विदेश मंत्रालय और संबंधित देशों में भारतीय मिशन इन घटनाओं पर नजर रख रहे हैं। उनके दिए बयान के मुताबिक वे इन घटनाओं को रोकने और जवाबदेही के लिए उचित कदम उठा रहे हैं ताकि विदेशों में भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।