IAEA ने परमाणु प्रदूषण की आशंका जताई, हमलों के बाद सतर्कता बढ़ाई
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी IAEA ने हमलों के बाद संभावित विकिरण रिसाव और पर्यावरणीय खतरे पर चिंता जताई है। संगठन के मुताबिक नतांज़ और इस्फ़हान जैसे संवेदनशील स्थलों पर हुए हमलों से रेडियोधर्मी सामग्री के लीक होने का खतरा बढ़ गया है।
इस्फ़हान में चार मुख्य इमारतें क्षतिग्रस्त(Isfahan nuclear facility damage)
इस्फ़हान स्थित परमाणु अनुसंधान केंद्र पर हुए हमले में चार अहम संरचनाएं नष्ट हो गई हैं। यह केंद्र मध्य ईरान में स्थित है और देश के परमाणु कार्यक्रम की रीढ़ माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह हमला ईरान के परमाणु विकास को वर्षों पीछे ले जा सकता है।
ईरान में पिरानशहर सैन्य परिसर पर भी हमला, इराक सीमा के पास तनाव
पिरानशहर सैन्य केंद्र, जो इराकी सीमा के निकट है, पर इज़रायली हमले की पुष्टि हुई है। यह स्थल एक गुप्त सैन्य अड्डा माना जाता है और इसके विनाश से पश्चिमी ईरान में रणनीतिक दबाव बढ़ा है।
शिराज मिसाइल संयंत्र और इलेक्ट्रॉनिक्स हब को किया गया निशाना
शिराज में स्थित मिसाइल उत्पादन और भंडारण केंद्र पर भी हवाई हमले किए गए। इसके साथ ही, पास की एक इलेक्ट्रॉनिक्स सुविधा को भी नुकसान पहुंचा है। यह केंद्र बैलिस्टिक मिसाइलों के निर्माण और मरम्मत के लिए जाना जाता है।
तबरीज़ उत्तर मिसाइल बेस पर बड़ा हमला, उत्पादन ठप होने की आशंका
तबरीज़ स्थित मिसाइल निर्माण इकाई पर इज़रायली हमले में भारी नुकसान की पुष्टि हुई है। सैटेलाइट इमेज में क्षतिग्रस्त इमारतें और जलते क्षेत्र दिखाई दिए हैं। यह इकाई देश की मिसाइल तकनीक का एक मुख्य केंद्र मानी जाती है।
नतांज़ यूरेनियम संयंत्र को गंभीर क्षति(Natanz nuclear site attack)
ईरान का प्रमुख यूरेनियम संवर्धन केंद्र नतांज़, इज़रायली हमलों से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। IAEA की रिपोर्ट में बताया गया है कि भूमिगत सेंट्रीफ्यूजों को या तो पूरी तरह से नष्ट किया गया है या फिर वे अब उपयोग योग्य नहीं हैं।
‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ (Operation Rising Lion Israel): पांच दिन से जारी है इज़रायल-ईरान टकराव
इज़रायल के “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” के तहत लगातार पांचवें दिन भी ईरान पर हमले जारी हैं। इस संघर्ष में अब तक तेहरान में 220 से अधिक और इज़रायल में 24 लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों देशों के बीच हालात युद्ध की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।
केरमानशाह, बिद कानेह और शाहिद मोदारेस ठिकानों पर भी हमले
इज़रायली सेना ने ईरान के अन्य प्रमुख सैन्य ठिकानों पर भी हमला किया है, जिनमें केरमानशाह मिसाइल सुविधा, बिद कानेह संयंत्र और शाहिद मोदारेस रॉकेट उत्पादन गारिसन शामिल हैं। हालांकि, फोर्डो और अराक जैसी उच्च-संवेदनशील परमाणु साइट्स को अब तक नहीं छुआ गया है।