सांसद ने खुद को बनाया Deepfake शिकार
संसद में बोलते हुए मैकक्लूर ने बताया कि यह नकली नग्न तस्वीर उन्होंने खुद ही घर पर एक सामान्य कंप्यूटर और ओपन-एक्सेस टूल्स की मदद से कुछ ही मिनटों में बनाई। उनका उद्देश्य था यह दिखाना कि किस हद तक यह तकनीक किसी की छवि को नुकसान पहुंचाने में सक्षम है और यह कितना आसान हो गया है।
‘हमारी बेटियां सबसे बड़ी टारगेट हैं’
बाद में इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए उन्होंने कहा, मैंने यह उदाहरण संसद में इसीलिए पेश किया ताकि सभी सांसद यह समझ सकें कि यह तकनीक कितनी खतरनाक है और हमारे युवाओं विशेषकर युवा लड़कियों को किस तरह से इसका शिकार बनाया जा रहा है। सांसद ने दिखाया कि AI से कैसे होता है चरित्र हनन
सांसद ने इस बात पर चिंता जताई कि डीपफेक तकनीक के जरिए महिलाओं की छवियों के साथ छेड़छाड़ कर अश्लील कंटेंट तैयार करना एक गंभीर सामाजिक खतरा बनता जा रहा है। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की कि इस तरह के डिजिटल अपराधों के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाएं और तकनीकी निगरानी को मजबूत किया जाए।
इस साहसिक कदम के बाद से सांसद मैकक्लूर की चर्चा न केवल न्यूजीलैंड में बल्कि वैश्विक स्तर पर हो रही है, जहां डीपफेक से जुड़े मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।