ज़मीन के अंदर क्या हो रहा है ?
इस शोध से यह पता चल रहा है कि ज़मीन के अंदर क्या हो रहा है। विज्ञान के अनुसार जब पृथ्वी की चट्टानें टूटती हैं तो भूकंप आते हैं। इसका मतलब यह है कि यह इस इलाके में भूकंप आने का संकेत है। अगर इस नजरिये से देखें तो यह बात विशेष रूप से उन इलाक़ों के लिए अहम है, जहां अक्सर भूकंप आते हैं और तुर्की और सीरिया में ऐसे इलाक़े बहुत हैं। यानि इराक, तुर्की और सीरिया के कुछ इलाके इससे प्रभावित हो रहे हैं। ग़ौरतलब है कि सन 2023 में इन इलाक़ों में बड़े भूकंप आए थे और तब बहुत भारी तबाही मची थी।
आखिर प्लेट टेक्टोनिक्स (tectonic plates) क्या है ?
भूगर्भ विज्ञान के अनुसार ज़मीन की बाहरी सतह के टुकड़ों को “प्लेट्स” कहा जाता है और यह प्रक्रिया प्लेट टेक्टोनिक्स कहलाती है। इन प्लेट्स की रफ्तार से ही ज़मीन की सतह पर बड़े भूकंप (earthquake prediction) , ज्वालामुखी या पहाड़ बनने जैसी घटनाएं होती हैं। जबकि ज़मीन की बाहरी परत को क्रस्ट कहा जाता है और यह कई बड़े और छोटे टुकड़ों में बंटी हुई होती है, जिन्हें टेक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये प्लेट्स हमेशा आहिस्ता-आहिस्ता एक-दूसरे से टकराती हैं या दूर होतीं है अथवा एक-दूसरे के ऊपर चली जाती हैं। विज्ञान के मुताबिक जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं तो पहाड़ बनते हैं और जब ये प्लेट्स अलग होती हैं तो समुद्र के नीचे नये क्षेत्र बनते हैं।
प्लेट टेक्टोनिक्स की मुख्य घटनाएं : एक नज़र
प्लेट्स का टकराव (Convergent Boundaries): जब दो प्लेट्स आपस में टकराती हैं, तो एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे समा जाती है, जिससे पर्वत श्रृंखलाएं और भूकंप पैदा होते हैं)। प्लेट्स अलग होना (Divergent Boundaries): जब प्लेट्स एक-दूसरे से दूर जाती हैं तो समुद्र के तल में नये इलाके बन जाते हैं। मसलन समुद्र की घाटी या नये ज्वालामुखी का बनना भी यही है।
प्लेट्स स्लाइडिंग (Transform Boundaries): जब प्लेट्स एक-दूसरे के पास से साइड में रगड़ खाती हैं तो इससे भूकंप आ सकता है। बहरहाल इस रिपोर्ट से यह बात साफ हो गई है कि ज़मीन के अंदर हो रही हलचल और प्लेट टेक्टोनिक्स की वजह से इराक़ का उत्तरी हिस्सा धीरे-धीरे ज़मीन में समा रहा है।