Donald Trump and Asim Munir (Photo – Incognito’s Social Media)
अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बुधवार (भारतीय समयानुसार गुरुवार) को पाकिस्तान (Pakistan) के आर्मी चीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर (Asim Munir) से मुलाकात की। दोनों के बीच यह मुलाकात व्हाइट हाउस (White House) में हुई, जहाँ पाकिस्तानी आर्मी चीफ मुनीर, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के न्यौते पर पहुंचे। इस दौरान दोनों ने अहम विषयों पर चर्चा भी की और इस दौरान ट्रंप ने मुनीर के लिए लंच का भी आयोजन किया।
मुनीर से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने उन्हें धन्यवाद दिया कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ युद्ध से पीछे हटने का फैसला लिया। ट्रंप ने भारत (India) और पाकिस्तान को ऐसा करने के लिए समझदार बताया। गौरतलब है कि G7 शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पहले ही ट्रंप के दावे को झुठला चुके थे कि भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रोकने के विषय में अमेरिका या अन्य किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी।
ट्रंप भले ही कह रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान तनाव में पाकिस्तान के पीछे हटने के फैसले के चलते मुनीर की तारीफ करते हुए उनसे मुलाकात करने का फैसला लिया, लेकिन इस बात में सच्चाई नहीं है। दरअसल दोनों के बीच मुलाकात की असल वजह यह बताई जा रही है कि मुनीर ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध बढ़ने से रुकवाने के लिए ट्रंप को धन्यवाद दिया और वो भी तब जब इसमें ट्रंप की कोई भूमिका ही नहीं थी। इतना ही नहीं, मुनीर ने तो ट्रंप को ऐसा करने के लिए शांति का नोबेल पुरस्कार देने की भी मांग की है, जिससे ट्रंप काफी खुश हैं। ट्रंप के मुनीर को न्यौता देने के पीछे यह वजह ही बताई जा रही है।
Never imagined that Donald Trump is so desperate for Nobel Peace Prize.
Asim Munir has recommended Donald Trump for the Nobel Peace Prize and that's why he invited Asim Munir for lunch.
जो ट्रंप राष्ट्रपति बनने से पहले तक पाकिस्तान को भला-बुरा सुनाने से पीछे नहीं हट रहे थे, वह अब अचानक ही पाकिस्तान को काफी ज़्यादा अहमियत दे रहे हैं। ट्रंप समय-समय पर पाकिस्तान के गुणगान भी कर रहे हैं, जो हैरानी की बात है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति के ऐसा करने के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल ट्रंप के परिवार की एक फर्म और पाकिस्तान के क्रिप्टो काउंसिल के बीच हुई एक बड़ी क्रिप्टो डील की वजह से ट्रंप का पाकिस्तान के लिए रुख बदल गया है।