scriptनस्लवाद के शिकार हुए Zohran Mamdani ने जीता न्यूयॉर्क के मेयर का प्राइमरी चुनाव, जानिए कौन हैं उनके मां-पिता | Zohran Mamdani, a victim of racism, won the New York City mayoral election, how do his mother Meera Nairs films attack racism? | Patrika News
विदेश

नस्लवाद के शिकार हुए Zohran Mamdani ने जीता न्यूयॉर्क के मेयर का प्राइमरी चुनाव, जानिए कौन हैं उनके मां-पिता

Zohran Mamdani: भारतीय मूल के जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क शहर के मेयर का प्राइमरी चुनाव जीत लिया है। हालांकि इस बीच उन्हें नस्लभेदी टिप्पिणयों का सामना लगतार करना पड़ रहा है। यहां पढ़िए जोहरान के माता और पिता कौन हैं और उन्होंने कैसे नस्लभेद के खिलाफ लड़ाई लड़ी?

भारतJul 02, 2025 / 04:26 pm

स्वतंत्र मिश्र

Zohran Mamdani

जोहरान ने जीता न्यूयॉर्क मेयर का प्राइमरी चुनाव. Photo: Zohran Kwame Mamdani X account

Zohran Mamdani: न्यूयॉर्क शहर के मेयर का चुनाव पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है। सुर्खियों के केंद्र में जोहरान ममदानी रहे। जोहरान ममदानी प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्देशक मीरा नायर (Meera Nair) और युगांडा के प्रसिद्ध लेखक महमूद ममदानी (Mahmood Mamdani) के पुत्र हैं। जोहरान मेयर का डेमोक्रेटिक मेयर प्राइमरी चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने शहर के पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो को भारी अंतरों से हरा दिया। अगर वह 4 नवंबर 2025 का चुनाव जीत जाते हैं तो वह न्यूयॉर्क के पहले भारतवंशी और मुस्लिम मेयर होंगे।

नस्लभेदी हमलों के शिकार हुए ममदानी

जोहरान मामदानी खुद के ऊपर हो रहे लगातार नस्लवादी टिप्पणियों को लेकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं। यहां तक कि ताजा परिणाम आने के बाद भी उनपर फब्तियां कसने का सिलसिला जारी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव परिणाम पर कहा कि हमें कम्युनिस्टों की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। इनको चुनने वाले पागल ही होंगे।

हाथ से खाने पर बवाल, कहा- तीसरी दुनिया में वापस चले जाएं

Who is Zohran Mamdani’s Father Mahmood Mamdani? जोहरान के पिता महमूद का जन्म मुंबई में हुआ था। जोहरान 1998 में सात साल की उम्र में अपने परिवार के साथ अमेरिका आ गए थे। href="https://www.patrika.com/national-news/us-president-trump-republican-party-mp-made-racist-comments-on-zohran-mamdani-19713736?amp=1" target="_blank" rel="noopener">जोहरान का एक पुराना वीडियो वायरल हुआ जिसमें वह चम्मच और कांटों को छोड़कर भारतीय अंदाज में हाथ से चावल खाते दिख रहे थे। इस वीडियो पर काफी बवाल मच गया। रिपब्लिकन प्रतिनिधि ब्रैंडन गिल ने न्यूयॉर्क शहर के मेयर पद के उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी से कहा है कि वे “तीसरी दुनिया में वापस चले जाएं।” तीसरी दुनिया से यहां ब्रैंडन गिल का वास्ता युगांडा से था।

ममदानी के पीछे पड़ चुके हैं डोनाल्ड ट्रंप

Donald Trump Threatened Zohran Mamdani: अमेरिकी राष्ट्रपति तो जोहरान ममदानी के पीछे ही पड़ गए हैं। उन्होंने ममदानी के लिए पागल और कम्युनिस्ट शब्द का प्रयोग किया। ट्रंप ने नागरिकता की वैधता पर संदेह प्रकट किया और उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की। हालांकि इसके जवाब में ममदानी ने कहा कि वह गिरफ्तारी जैसी धमकियों से नहीं डरने वाले। अब सवाल उठता है कि जोहरान मामदानी ऐसे मां और पिता के पुत्र हैं जिनका पूरा जीवन संस्कृतियों के विरोधाभास, रंगभेद और नस्लभेद जैसी अमानवीय विषयों के खिलाफ संघर्ष करते हुए बीता है। इस संदर्भ एक ओर जहां महमूद मामदानी का लेखन पर गौर किया जा सकता है तो वहीं दूसरी ओर मीरा नायर की फिल्मों के विषयों पर भी दृष्टि डाली जा सकती है।

मीरा नायर की फिल्में नस्लभेद के खिलाफ करती हैं प्रहार

Who is Zohran Mamdani’s mother Meera Nair? जोहरान ममदानी की मां एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता हैं जिनकी फिल्मों ने अपने गंभीर विषयों के चलते हमेशा चर्चा पाई। उनकी फेमस फिल्मों में मॉनसून वेडिंग (Monsoon Wedding), मिसीसिपी मसाला (Mississippi Masala) और द नेमसेक (The Namesake) रही हैं। मीरा नायर की निर्देशन में बनी एक और फिल्म है मिसीसिपी मसाला। यह फिल्म एक भारतीय महिला और एक अफ्रीकी अमेरिकी पुरुष के बीच दो अलग संस्कृतियों की प्रेम कहानी है। उनकी एक फिल्म क्वीन ऑफ कटवे (Queen of Katwe) का जिक्र यहां जरूरी है।

कटवे की गंदी बस्ती से ‘क्वीन’ बनने के संघर्षपूर्ण कहानी

Queen Of Katwe film based on a Real Story of Phiona Mutesi: मीरा नायर की फिल्म क्वीन ऑफ कटवे एक सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म है। फियोना मुटेसी (Phiona Mutesi) की कहानी पर बनी फिल्म 2016 में रिलीज हुई थी। फियोना युगांडा के कंपाला की कटवे नामक एक झुग्गी बस्ती की लड़की थी जो काफी संघर्षों के बाद शतरंज की एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी बनने में सफल हो पाती है। मीरा नायर द्वारा निर्देशित इस फिल्म की नायिका फियोना फिल्म में सड़कों पर मक्का बेचने से लेकर शतरंज मास्टर बनने और अंतरराष्ट्रीय शतरंज टूर्नामेंट में युगांडा का प्रतिनिधित्व करने तक की यात्रा को दर्शाती है। फियोना को अपनी गरीबी के चलते ​नौ साल की उम्र में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। मुटेसी का जीवन तब बदल गया जब उसे स्पोर्ट्स आउटरीच इंस्टीट्यूट द्वारा संचालित शतरंज कार्यक्रम के बारे में पता चला। इस इंस्टीट्यूट का नेतृत्व रॉबर्ट कटेन्डे कर रहे थे। फियोना की शतरंज में चैंपियन के बाद उसके लिए पढ़ने के रास्ते दोबारा खुल गए। उसने बाद में अमेरिका की नॉर्थवेस्ट यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई पूरी की। फियोनी को यह सब हासिल करने के लिए कदम कदम पर रंग और नस्लभेद का दंश झेलना पड़ा था।

Hindi News / World / नस्लवाद के शिकार हुए Zohran Mamdani ने जीता न्यूयॉर्क के मेयर का प्राइमरी चुनाव, जानिए कौन हैं उनके मां-पिता

ट्रेंडिंग वीडियो