अस्पताल की चिकित्सक डॉ. वंदना त्रिवेदी और टीम ने उमेश के पुुत्र मनीष समेत परिजनों को स्थिति के बारे में अवगत कराते हुए अंग दान की सलाह दी। इसे स्वीकारते हुए परिजनों ने अंगदान की सहमति दे दी ।इस संंबंध में सूचना दिए जाने पर अहमदाबाद के सिविल अस्पताल से चिकित्सकों की टीम जामनगर जीजी अस्पताल पहुंची और दो किडनी, लिवर व दो नेत्रों के दान को स्वीकार किया।
अंगों को ग्रीन कॉरिडोर व विशेष विमान से पहुंचाया
जीजी अस्पताल से अहमदाबाद तक अंगों को पहुंचाने के लिए पुलिस का सहयोग लिया गया। अहमदाबाद में अस्पताल से हवाई अड्डे तक ग्रीन कॉरिडोर और फिर विशेष चार्टर विमान से अहमदाबाद तक पहुंचाया गया। बताया गया है कि उमेश अपने पुत्र के पास यहां आया था उस दौरान यह हादसा हुआ। अंगदान के बाद उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए बिहार ले जाया गया।