आयोजक मौके से फरार
ऋषिवंशी समाज सेवा संघ के बैनर तले सामूहिक विवाह का आयोजन करने वाले छत्रोला, दिलीप गोहेल, दीपक हिराणी के अलावा हार्दिक शिशांगिया, मनीष विठलापरा और दिलीप वरसडा मौके से फरार हो गए। छत्रोला भाजपा कार्यकर्ता बताया जाता है।
208 वस्तुएं देने का प्रलोभन
सामूहिक विवाह के आयोजकों ने राजकोट के अलावा धोराजी, गोंडल, जूनागढ़, मोरबी, केशोद, जामनगर, जाम कंडोरणा, कालावड सहित सौराष्ट्र के गरीब परिवारों को 208 वस्तुएं देने का और आकर्षक निमंत्रण पत्र छपवाकर प्रलोभन देकर तैयार किया था। इन परिवारों से 20-20 हजार रुपए लेकर रसीद भी दी गई।
पुलिस ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी
सूचना मिलने पर जोन 1 के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (DCP) सज्जनसिंह परमार, सहायक आयुक्त (ACP) राधिका भाराई, मनपा में विपक्ष के नेता वशराम सागठिया सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी के निर्देश पर पुलिस ने सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए 6 जोड़ों का विवाह कराया।
विवाह की विधि नि:शुल्क
पंडितों ने विवाह की विधि नि:शुल्क कराई। मौके पर मौजूद लोगों को एक ट्रस्ट के सहयोग से भोजन कराया गया। आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई होगी
डीसीपी परमार ने कहा कि आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वर-कन्या पक्ष के लोगों ने आयोजकों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य आयोजक अस्पताल में, फिर फरार
उधर मुख्य आयोजक चंद्रेश छत्रोला अस्पताल पहुंचा। उसने खुद को टाइफाइड होने का बचाव किया। साथ ही अस्पताल में भर्ती होने का स्टेटस सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। वह शुक्रवार देर रात को मवड़ी इलाके के निजी अस्पताल में भर्ती हुआ था और शनिवार सुबह छुट्टी लेकर फरार हो गया।
तीन आरोपी हिरासत में
राजकोट में सामूहिक विवाह के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को हिरासत में लिया है। एसओजी (SOG) टीम (Team) ने दिलीप गोहेल, मनीष मनीष विठलापरा और दीपक हिराणी को अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ आरंभ की है।