परीक्षा के बहाने घर से निकली
युवती के पिता का कहना है कि वह झाबुआ में परीक्षा देने जाने का बोलकर घर से निकली थी। फिर लौटकर नहीं आई। युवती के पिता का आरोप है कि युवती के घर से जाने के शुरुआती समय में उनकी सूचना के बावजूद प्रशासन ने उनकी मदद नहीं की। हालांकि युवती के बालिग होने के चलते पुलिस की ओर से इस पूरे मामले पर कोई बयान नहीं दिया गया, लेकिन परिजनों ने युवती से संबंध तोडऩे के साथ समाज से बहिष्कृत करने का दावा किया है।
यह है पूरा मामला
गांव(Alirajpur News) का ही युवक और युवती एक दूसरे को पसंद करते थे। युवक के परिवार ने युवती के घर अपने लडक़े का रिश्ता भी भेजा, लेकिन समाज की बंदिशों के चलते घरवालों ने इनकार कर दिया। 3 जुलाई को युवती परीक्षा देने झाबुआ गई और फिर लौटकर नहीं आई। घरवालों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कुछ ही दिनों बाद युवती का वीडियो मैसेज आया कि उसने अपनी पसंद के युवक से शादी कर ली थी और अपने फैसले पर अडिग थी। इस एक फैसले ने मां-बाप के 18-20 साल के लाड़-प्यार, सपनों और उम्मीदों को पल भर में तोड़ दिया। जिस बेटी को आंखों का तारा समझा, उसकी याद में अब घरवालों ने अपने दिल पर पत्थर रखकर उसे जीते जी विदा कर दिया।
उनके लिए मर चुकी है बेटी
परिवार ने बाकायदा शोक पत्रिका छपवाकर बेटी के निधन की सूचना दी है, शुक्रवार यानी 11 जुलाई को घर मातम सा माहौल था। घर, परिवार और समाज के लोग एकत्रित हुए और घर के बाहर टेंट लगाया गया। कुर्सी पर रखी युवती की तस्वीर को माला पहनाई गई। छोटे भाई का मुंडन करवाया गया और जीते जी हर वह रस्म निभाई गई जो किसी के मरने के बाद की जाती है। जहां कभी बेटी की हंसी गूंजती थी, वहां अब उसकी याद में आंसू बह रहे थे। रस्में निभाने के साथ ही युवती के मामा और पिता ने भारी मन से ऐलान किया कि अब उनके लिए बेटी मर चुकी है और जो भी उससे संबंध रखेगा, उनसे भी उनका कोई रिश्ता नहीं रहेगा।