इनमें दो बसें दिल्ली और दो बसें जयपुर रूट पर चलाई जाएंगी। फिलहाल अलवर से किसी भी रूट पर एसी बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। गौरतलब है कि रोडवेज वर्ष 2024-25 के तहत 300 बसें अनुबंध पर लेने की तैयारी कर रहा है। इनमें 150 एक्सप्रेस बसें, 100 स्टार लाइन नॉन एसी 2 बाय 2 बसें होंगी। इसके अलावा 30 एसी 2 बाय 2 और 20 सुपर लग्जरी बसें अनुबंध पर ली जाएंगी। साथ ही 200 अन्य बसें भी अनुबंध पर ली जाएंगी।
यात्रीभार नहीं मिला तो बंद हुई बसें
इससे पहले भी जयपुर और दिल्ली रूट पर एसी बसों का संचालन किया गया था, लेकिन यात्रीभार नहीं मिलने की वजह से इन्हें बंद कर दिया गया। पिछले दिनों ही डीलक्स डिपो, जयपुर की ओर से दौसा, सिकंदरा होते हुए अलवर तक एसी बसें भेजी गई थी, लेकिन यह एक ही दिन चली। इसके बाद संचालन बंद कर दिया गया।
ई-बसों के लिए टेंडर जारी
राजस्थान रोडवेज डीजल बसों के साथ ही इलेक्ट्रिक बसें लेने की भी कवायद कर रहा है। रोडवेज प्रशासन ने 300 इलेक्ट्रिक बसें अनुबंध पर लेने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। ऐसा पहली बार होगा जब रोडवेज के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल की जाएंगी। ये बसें मिलने के बाद रोडवेज का बेड़ा मजबूत होगा। अलवर में बसों की संख्या तो बढ़ जाएगी, लेकिन इनके संचालन में खासी परेशानी होगी। रोडवेज के पास चालक-परिचालकों का टोटा है। रोडवेज प्रशासन ने सिविल डिफेंस से चालक-परिचालक लेने की कोशिश की थी, लेकिन कम ही लोग आए। कुछ ने ज्वाइन किया, लेकिन छोड़कर चले गए।
हमारे डिपो को चार एसी बसें मिलने की उम्मीद है। इनमें दो जयपुर और दो दिल्ली रूट पर चलाई जाएंगी। मुख्यालय स्तर पर ही इन्हें अनुबंध पर लेने की प्रक्रिया चल रही है। कुलदीप शर्मा, मुख्य प्रबंधक, मत्स्य नगर डिपो