बताया जा रहा है कि करीब 80 दुकानों पर इस तरह स्कैनर पर ठगों ने अपना स्कैनर चिपका दिया था। सुबह सब्जी विक्रेता देव खेमाणी, उदित सैनी और नरेंद्र जाटव के यहां ग्राहकों ने सब्जियां खरीदी तो ऑनलाइन पैसा डालने के बाद भी मशीन से पैसा प्राप्त होने की आवाज नहीं आई। इस पर व्यापारियों को शक हुआ तो उन्होंने जांचा तो यह सच्चाई सामने आई। तीन ग्राहकों से पेमेंट नहीं मिलने के बाद ही मामला खुल गया नहीं तो लाखों रुपए का नुकसान हो जाता।
रात को चौकसी बढ़ाई जाए
व्यापारियों का कहना है कि मंडी बंद होने के बाद असामाजिक तत्वों का यहां डेरा हो जाता है जो शराब पीते हैं और कई प्रकार के नशे करते हैं। इसलिए रात्रि गश्त बढ़ाई जाए ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
पहले भी मंडी में टूट चुके ताले
पुलिस को दी गई शिकायत में व्यापारियों ने कहा कि 15-20 दिन पहले भी मंडी में कई व्यापारियों की दुकानें के ताले टूट गए थे। इस संबंध में शिकायत दी गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस वजह से चोरों के हौसले बुलंद हैं।