बताते चलें कि अलवर दक्षिण से अशोक गुप्ता गुप्ता दूसरी बार इस पद पर रिपीट हुए हैं। प्रदेश संगठन चुनाव संयोजक नारायण पंचारिया और चुनाव अधिकारी कालूलाल गुर्जर ने सभी दावेदारों से वन-टू-वन संवाद संवाद किया। इसके बाद पार्टी के सभी मंडल अध्यक्ष, मंडल प्रतिनिधि और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में चुनाव प्रक्रिया के बारे में बताया गया और अंत में दोनों जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा की गई।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की चली
अलवर दक्षिण और उत्तर के जिलाध्यक्षों के नामों के चयन में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की चली। वनमंत्री संजय शर्मा का झुकाव अलवर दक्षिण से दिनेश गुप्ता की तरफ था। लेकिन रामगढ़ विधानसभा उप चुनाव और लोकसभा चुनाव में अशोक गुप्ता की रणनीति व अच्छे कामों की वजह से भी उन्हें दोबारा इस पद पर आसीन किया गया है। अशोक गुप्ता को सीएम भजन लाल शर्मा का भी नजदीकी माना जाता है। उधर, महासिंह अभी उत्तर में महामंत्री पद पर हैं। इससे पहले युवा मोर्चा में रह चुके है। उन्हें भी कार्यशैली के आधार पर जिलाध्यक्ष बनाया गया है।ॉ
दोनों तरफ थे 19 दावेदार
गौरतलब है कि अलवर उत्तर व दक्षिण के लिए 19 कार्यकर्ताओं ने दावेदारी जताई थी। इसमें दक्षिण में 14 और उत्तर में 5 दावेदार थे। इन सभी को बुलाकर पंचारिया व गुर्जर ने संवाद किया। सभी से पूछा गया कि वर्तमान में क्या पद है, पार्टी में कब से सक्रिय हैं। इसके बाद नामों का चयन कर घोषणा की गई।
जयपुर से ही तय हो गया था नाम
दोनों जिलाध्यक्षों के नाम जयपुर से ही तय करके भेजे गए थे। मगर पार्टी के निर्देश थे कि जिन नामों का चयन हुआ है। उनका कोई विरोध तो नहीं है। उसके आधार पर सर्वसम्मति बनाकर नामों की घोषणा की गई। अलवर दक्षिण से अशोक गुप्ता और दिनेश गुप्ता व उत्तर में महासिंह चौधरी और रमेश रावत के बीच मुकाबला रहा।