गौरतलब है कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत निजी स्कूल में दाखिला लिए बच्चों के एवज में संचालकों को शासन की ओर से प्रतिपूर्ति की राशि दी जाती है। इधर सूरजपुर डीईओ (ACB arrested DEO) रामललित पटेल द्वारा उक्त प्रतिपूर्ति की राशि रिलीज करने के एवज में स्कूलों से 10 प्रतिशत राशि की डिमांड की गई थी।
स्कूल संचालक उन्हें रुपए नहीं देना चाहते थे। ऐसे में 5 निजी स्कूल के संचालकों ने मामले की शिकायत एसीबी के संभागीय कार्यालय अंबिकापुर में की थी। स्कूल संचालकों (ACB arrested DEO) ने बताया कि उनसे 2 लाख रुपए की डिमांड डीईओ द्वारा की गई है। 1 लाख 82 हजार में सौदा तय हुआ था।
ACB arrested DEO: पहली किश्त लेते किया गिरफ्तार
शिकायत की पुष्टि करने के बाद शुक्रवार की शाम एसीबी की टीम ने डीईओ को रंगे हाथों पकडऩे की योजना बनाई। योजना के अनुसार एसीबी ने केमिकल लगे 1 लाख रुपए सूरजपुर के रामरति पब्लिक स्कूल के संचालक के हाथों डीईओ को देने कार्यालय में भेजा।
इस दौरान टीम आस-पास ही तैनात थी। जैसे ही डीईओ ने रिश्वत (ACB arrested DEO) के 1 लाख रुपए लिए, टीम ने उन्हें दबोच लिया। एसीबी ने डीईओ के खिलाफ 7 पीसी एक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई कर रही है।
कार्यालय से 2 लाख रुपए और जब्त
1 लाख रुपए के साथ दबोचने के बाद एसीबी की 7 सदस्यीय टीम (ACB arrested DEO) द्वारा डीईओ कार्यालय की भी जांच की गई। इस दौरान दफ्तर से 2 लाख रुपए और मिले, जिसे अन्य निजी स्कूल के संचालकों से डीईओ ने बतौर रिश्वत ली थी। एसीबी द्वारा डीईओ के निवास स्थल पर भी दबिश दी गई है। मामले की जांच चल रही है।
इन 5 स्कूल के संचालकों ने की थी शिकायत
आरटीई की प्रतिपूर्ति राशि में से रिश्वत की डिमांड किए जाने की शिकायत (ACB arrested DEO) सूरजपुर जिले के 5 निजी स्कूल के संचालकों द्वारा की गई थी। इनमें रामरति पब्लिक स्कूल सूरजपुर, छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल दतिमा, सरस्वती बाल मंदिर सोनपुर, प्रिया बाल मंदिर भटगांव व लक्ष्मी विद्या निकेतन नरोला शामिल हैं।