डीएम ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए
घटना के तुरंत बाद जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने मौके का मुआयना किया। डीएम ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं और इसके लिए चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। यह कमेटी एडीएम (वित्त एवं राजस्व) की अध्यक्षता में बनाई गई है। इसके अलावा अपर पुलिस अधीक्षक, मुख्य अग्निशमन अधिकारी और विद्युत सुरक्षा जोन अमरोहा के सहायक निदेशक को भी शामिल किया गया है। समिति को तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
पीड़ितों को मिलेगा आर्थिक मुआवजा
जिलाधिकारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों और घायलों को मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। इस संबंध में जल्द ही आवेदन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलने पहुंचे डीएम और एसपी ने स्वजन को ढांढस बंधाया।
फैक्ट्री के लाइसेंस पर लटकी तलवार
धमाका कैसे हुआ और आग कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है। इस फैक्ट्री का लाइसेंस हापुड़ जनपद के भंडा पट्टी गांव निवासी सैफउर रहमान पुत्र कैसर अहमद के नाम पर है। पहले यह फैक्ट्री अमरोहा-जोया मार्ग के किनारे गांव में संचालित होती थी, लेकिन पिछले साल हुई दुर्घटना के बाद इसे जंगल में स्थानांतरित कर दिया गया था। अब इस ताजा हादसे के बाद प्रशासन फैक्ट्री का लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी कर रहा है।
लोगों ने मलबे से निकाले घायल
धमाके के बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। लोगों ने मलबे में दबी महिलाओं को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। धमाके की आवाज और घटनास्थल का दृश्य लोगों को झकझोर देने वाला था। तीन दिन में आएगी रिपोर्ट, होगी सख्त कार्रवाई
प्रशासन का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अगर लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई तय है।