जानें पूरा मामला (Mohammed Shami)
दुबई में खेले गए मैच के दौरान मोहम्मद शमी का एनर्जी ड्रिंक पीते हुए वीडियो सामने आया था। जिसके बाद ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बयान जारी करके कहा कि इस्लाम ने रोजे को फर्ज करार दिया है। अगर कोई शख्स जान बूझकर रोजा नहीं रखता है तो वह निहायती गुनहगार है। मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने रोजा नहीं रखा जबकि रोजा रखना उनका वाजिब फर्ज है। रोजा न रखकर मोहम्मद शमी ने बहुत बड़ा गुनाह किया है, शरीयत की नजर में वो मुजरिम हैं।
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) के कोच का भी आय बयान
एक तरफ सारा देश जहां 9 मार्च को होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले पर नजरें जमाए हुए है। वहीं दूसरी ओर कुछ मौलाना इस्लाम को अपने मुताबिक चलाना चाहते हैं। शमी जो कर रहा है वह अल्लाह का सौंपा हुआ काम है। देश के लिए खेलना किसी इबादत से कम नहीं है और इबादत पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। यह कहना है मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) के कोच रहे शहर निवासी बदरुद्दीन सिद्दीकी का।
शमी (Mohammed Shami) के परिजन बोले- बेटे पर गर्व, बयानबाजी निंदनीय
मोहम्मद शमी के परिवार के लोग और उनके गांव के लोगों ने भी उनका साथ दिया है। मोहम्मद शमी के करीबी कारी मुनीब ने कहा कि हम सभी को उन पर गर्व है। देश के लिए खेलने का काम भी अल्लाह का दिया हुआ है। छोटी बातों को लेकर बयानबाजी निंदनीय है। रोजा रखने के लिए परिस्थितियों का भी जिक्र इस्लाम में किया गया है। मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) सफर में हैं और यदि दुबई की तपती गर्मी में पानी न पीएं तो बीमार भी हो सकते हैं। बीमार होने पर भी रोजा छोड़ना पड़ता है। वायरल हुई थी क्रिकेटर की फोटो
आपको बताते चलें कि दुबई में खेले गए इंडिया बनाम ऑस्ट्रेलिया सेमीफइनल मैच के दौरान मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसमें वह गर्मी के बीच एनर्जी ड्रिंक पीते नजर आ रहे हैं। जिसके बाद मौलाना लोगों ने इसे गलत करार दिया। उनका कहना है कि रमजान में रोजा न रखना गुनाह है। मौलानाओं ने शमी को नसीहत देना शुरू कर दिया।