अभियान से अछूता है प्रमुख तालाब
नगर के वरिष्ठ नागरिक एवं सेवानिवृत शिक्षक नरेंद्र सिंह ने बताया कि सार्वजनिक जल स्रोत के संरक्षण एवं उन्हें पुनर्जीवित किए जाने के लिए जिले भर में जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया जा रहा है लेकिन जिला मुख्यालय का प्रमुख ऐतिहासिक तालाब ही इस अभियान से अभी तक अछूता है। पूर्व में तालाब के संरक्षण के लिए यहां तीन कर्मचारियों की ड्यूटी नगर पालिका से लगाई गई थी जो 24 घंटे यहां देखरेख के साथ ही पौधों में पानी देने और सफाई का कार्य करते थे। वहीं वर्तमान में यहां पर कोई भी कर्मचारी नियुक्त नहीं है।
ढाई करोड़ रुपए हुए थे स्वीकृत
नगरवासी अशोक कुमार यादव ने बताया कि नगर पालिका के पिछले कार्यकाल में तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए खनिज प्रतिष्ठान मद से ढाई करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे जिसका ठेका पहले लोक निर्माण विभाग को दिया गया था लेकिन लोक निर्माण विभाग के कार्य पर परिषद ने असंतोष जताया। इसके बाद यह कार्य नगर पालिका को दे दिया गया था जिसके अंतर्गत पेवर ब्लॉक, बाउंड्री वॉल, विद्युतीकरण का कार्य एवं शौचालय निर्माण का कार्य किया जाना था। लगातार कार्य में लेट लतीफी की वजह से नागरिकों को परेशानी हो रही है। जल गंगा संवर्धन अभियान अभी चल रहा है। जल्द ही यहां भी कार्य किया जाएगा। भूमि से संबंधित विवाद की जानकारी लेते हुए अधूरे कार्य को पूरा कराए जाने के निर्देश दिए जाएंगे। दिलीप पांडेय, अपर कलेक्टर अनूपपुर