घायल त्रिलोक पिता हरजी सोलंकी, निवासी ग्राम तलवाड़ा बुजुर्ग ने बताया कि वे अपने दोस्तों के साथ शीतला सप्तमी के अवसर पर बड़वानी घूमने आए थे। इसी दौरान वे बंधान क्षेत्र में पर्यटन के उद्देश्य से पहुंचे। दोपहर करीब 12 बजे सात दोस्त बाइक से बंधान पहाड़ी की ओर गए थे। वहां पहाड़ी के नीचे स्थित झरना स्थल के पास उन्होंने दाल-बाटी और बैंक समोसा की पार्टी आयोजित की। शाम करीब 6 बजे, पार्टी के दौरान अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया।
भागदौड़ के बीच मदद के लिए मचाया शोर
मधुमक्खियों के हमले के कारण युवाओं में अफरा-तफरी मच गई। सभी दोस्त जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, लेकिन मधुमक्खियों ने उनके हाथ, मुंह, कंधे और शरीर के अन्य हिस्सों पर डंक मार दिए। चूंकि यह इलाका सुनसान था, इसलिए मौके पर कोई मदद के लिए मौजूद नहीं था। ऐसे में उन्होंने अपने दोस्त विजय पटेल को फोन कर घटना की जानकारी दी और मदद मांगी।
108 एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाए गए घायल
घटना की सूचना मिलने पर 108 एंबुलेंस को बुलाया गया, जिसने घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में डॉ. दीपक अवास्या ने घायलों का उपचार किया। घायलों की पहचान गोलू पिता हीरालाल (30), लक्की पिता चुन्नीलाल (25), संतोष पिता रमेश (20), त्रिलोक पिता हरजी (33) सभी निवासी तलवाड़ा बुजुर्ग और अक्कू पटेल (25) निवासी अंजड़ के रूप में हुई।
डॉ. अवास्या ने बताया कि युवाओं द्वारा दाल-बाटी की पार्टी के दौरान जलाए गए धुएं के कारण मधुमक्खियों का झुंड सक्रिय हो गया और उन्होंने युवाओं पर हमला कर दिया। फिलहाल सभी घायलों का उपचार जारी है, और किसी की हालत गंभीर नहीं है।
पहाड़ियों में पार्टी करना युवाओं को पड़ा महंगा बंधान क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, जहां अक्सर लोग पिकनिक मनाने जाते हैं। हालांकि, पहाड़ी और जंगल क्षेत्र होने के कारण यहां जंगली जीव-जंतुओं का भी खतरा बना रहता है। डॉक्टरों ने भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, ताकि ऐसी अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।