मौसम विभाग की माने तो अब
बारिश की गतिविधियों में इजाफा शुरू हो सकता है। नदी नालों में पानी बहने लगा है। साथ ही जिले के प्रमुख बड़े व लघु जलाशयों में तेजी से जलभभराव भी होने लगा है।
लगातार बारिश से स्कूल व दफ्तरों में उपस्थिति कम बारिश लगातार होने के कारण सुबह से लोग अपने घरों में दुबके रहे। स्कूल, कॉलेजों एवं सरकारी दतरों में भी विद्यार्थियों व कर्मचारियों की उपस्थिति कम रही। विभागीय कार्यालयों में लोगों की संया भी कम रही।
सियादेवी जलप्रपात पर्यटकों को कर रहा आकर्षित लगातार बारिश होने से सियादेवी जलप्रपात में भी पानी बहने लगा है। 50फीट ऊंचाई से गिरते पानी की खूबसूरती लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। लोग इसकी प्राकृतिक स्थान की खूबसूरती देखने पहुंचने लगे हैं।
औसत 35 मिमी बारिश मौसम विभाग ने बालोद तहसिल में 32.9, गुरुर 34.8, गुंडरदेही 42.8, डौंडी 53.3, डौंडीलोहारा-29, अर्जुंदा 28.7 व मार्रीबंगला देवरी तहसील में 24.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है। ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से एक निन दाब का क्षेत्र गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उसके आसपास बन गया है। साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। यह पश्चिम उत्तर, पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर दो दिनों में पहुंचने की संभावना है।
इसके अलावा एक द्रोणिका उत्तर पूर्व अरब सागर से गंगेटिक पश्चिम बंगाल में स्थित निन दाब के क्षेत्र तक, उत्तर गुजरात, मध्य मध्यप्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़, दक्षिण झारखंड होते हुए 3.1 किमीे से 5.8 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से उत्तरी छत्तीसगढ़ और इससे लगे मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी बारिश की संभावना है।