BJP शराबबंदी की बात करती थी लेकिन…
जिला कांग्रेस अध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर, ब्लॉक ग्रामीण अध्यक्ष विक्रम गिरी और शहर अध्यक्ष रुपेश ठाकुर ने फैसला वापस न लेने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार एक ओर सुशासन का दावा करती है। दूसरी ओर वह समाज में अशांति और अराजकता फैलाने का काम कर रही है। राज्य में जब कांग्रेस की सरकार थी, तो भाजपा शराबबंदी की बात करती थी। अब वही भाजपा सरकार
शराब दुकानों की संख्या बढ़ाकर समाज को और अधिक नशे की ओर धकेलने जा रही है।
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस की सरकार में पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई थी। इसका उद्देश्य शराबबंदी के लिए विभिन्न राज्यों की नीतियों का अध्ययन करना और
छत्तीसगढ़ में इस दिशा में जरूरी कदम उठाना था। यहां सरकार शराबबंदी की दिशा में आगे बढ़ना छोड़, उसे और बढ़ावा दे रही है।
कांग्रेस ने मांग की है कि सरकार नए शराब दुकानों (CG Liquor Shops) के प्रस्ताव को रद्द करे। अगर इसे लागू किया जाता है, तो कांग्रेस आंदोलन करेगी। संबंधित गांवों में धरना देगी। नेताओं ने कहा कि स्कूल और अस्पताल खोलने की जगह सरकार शराब दुकानों की संया बढ़ा रही है। इसका समाज पर नकारात्मक असर पड़ेगा।