मंड्या जिलाधिकारी डॉ. कुमार Dr. Kumar ने मंगलवार को दूसरी मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि इस छात्र की हालत पहले से गंभीर बनी हुई थी। मैसूरु Mysuru के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। लेकिन, मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। मंड्या इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज Mandya Institute of Medical Sciences सहित अन्य अस्पतालों में भर्ती मेघालय के करीब 22 छात्रों का इलाज जारी है। सभी की हालत स्थिर है।
तीन लाख रुपए की अनुग्रह राशि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा Meghalaya Chief Minister Conrad Sangma ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, कर्नाटक में मेघालय के एक और युवा लडके की मौत की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। हमारी सरकार परिजनों को 3 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देगी और सभी बीमार बच्चों के चिकित्सा व्यय का भी ध्यान रखेगी। हमारी टीम इस कठिन समय में परिवारों की सहायता के लिए कर्नाटक में है। उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
घर लाने के प्रयास जारी मुख्यमंत्री संगमा ने बताया कि गृह विभाग के आयुक्त एवं सचिव सिरिल डिएंगदोह ने मंड्या जिलाधिकारी डॉ. कुमार के साथ अस्पताल में बीमार छात्रों से मुलाकात की। उनके स्वास्थ्य की जांच की तथा बच्चों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। इस संबंध में गिरफ्तारियां की गई हैं तथा छात्रों को वापस घर लाने के प्रयास जारी हैं। डिएंगदोह ने उस स्कूल का भी दौरा किया, जहां यह घटना घटी।
मलवल्ली के एक समूह ने 14 मार्च को होली समारोह के हिस्से के रूप में एक दावत आयोजित की थी। बाद में बचा हुआ खाना मंड्या जिले के मलवल्ली तालुक के टी. कागेपुर गांव में गोकुल विद्या संस्थान के छात्रावास के छात्रों में वितरित की गई। भोजन करने के अगले दिन छह छात्रों ने पेट दर्द की शिकायत की। देखते ही देखते कई बच्चे बीमार पड़ गए। उल्टी और दस्त मुख्य शिकायत थी।