मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर सोमवार को नागपुर में किए गए प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पुलिस ने विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। शिकायत के आधार पर गणेशपेठ थाने में मंगलवार को महाराष्ट्र और गोवा के विहिप प्रभारी सचिव गोविंद शेंडे व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों में अमोल ठाकरे, डॉ. महाजन, तयानी, रजत पुरी, सुशील, वृषभ अर्खेल, शुभम और मुकेश बारापात्रे के नाम भी शामिल हैं।
आरोप है कि विहिप और बजरंग दल के इस प्रदर्शन को लेकर ही अफवाह फैली और मध्य नागपुर के महल इलाके में सोमवार रात हिंसा भड़क उठी। पुलिस ने बताया कि इलाके में यह अफवाह फैली कि छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर हिंदू सगठनों के प्रदर्शन के दौरान इस्लाम से जुड़ी चीजे जलाई गईं।
7 नाबालिगों समेत 57 आरोपी गिरफ्तार
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात को शहर में हिंसा भड़कने के बाद मंगलवार तड़के 11 थानों में कर्फ्यू लगा दिया गया। आज लगातार दूसरे दिन 10 थानों में कर्फ्यू जारी है, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। सुरक्षा बल शहर के अति संवेदनशील स्थानों पर लगातार गश्त कर रहे हैं पूरे शहर में नाकाबंदी की गई है। नागपुर के पुलिस कमिश्नर डॉ रविंदर सिंघल ने कहा, “स्थिति शांतिपूर्ण है, हम लोगों से मिल रहे हैं और जांच में सहयोग मिल रहा है, हमारे वरिष्ठ अधिकारी लोगों से बात कर रहे हैं।” नागपुर हिंसा के मास्टरमाइंड फहीम खान की गिरफ्तारी पर उन्होंने कहा, “हमकी उसकी भूमिका की जांच कर रहे है… अब तक हमने 50 आरोपियों और 7 नाबालिगों को गिरफ्तार किया है, आज भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”