छात्राओं में फैला रोष
इससे पहले गुरुवार को हरिदेव रंगमंच पर कार्यक्रम में स्कूटियों की चाबियां देने की जानकारी पर शुक्रवार को हरिदेव जोशी कन्या महाविद्यालय में एकत्र छात्राओं ने चर्चा की तो मालूम हुआ कि यह तो सत्र 2023-24 में स्वीकृत छात्राओं के लिए थी। इस पर 2021-22 और 2022-23 में कालीबाई भील मेधावी
स्कूटी योजना एवं देवनारायण स्कूटी वितरण योजना के तहत पात्र घोषित छात्राओं में रोष फैल गया। इसे लेकर कॉलेज प्रशासन से बात की तो बताया गया कि उनसे संबंधित दस्तावेज और औपचारिकताएं पहले ही हो चुकी हैं और डेढ़ हजार से ज्यादा स्कूटियां आ चुकी हैं।
जयपुर से क्यूआर कोड नहीं आने से वितरण अटका है और स्कूटियां डीलर ने रखवाई हुई हैं।
छात्राओं ने सरकारी तंत्र की लचर स्थिति पर जताया रोष
इस पर त्वरित कार्रवाई की मांग को लेकर छात्राओं का हुजूम कलक्ट्रेट पहुंचा और सरकारी तंत्र की लचर स्थिति पर रोष जताया। इस दौरान छात्रा ज्योति निनामा, कृष्णा निनामा,, निरमा कटारा, लता, सीमा, संगीता, साक्ष्ी जैन, सुनीता यादव आदि ने बताया कि उनके लिए स्कूटी की स्वीकृति पहले हुई है तो उन्हें पहले चाबियां दी जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं करके उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। गौरतलब है कि उक्त दो वर्षों में इन योजनाओं में बांसवाड़ा की 2600 छात्राओं को स्कूटियां मंजूर हुईं। इनमें 900 ही बंटी है और अन्य को लेकर अब तक इंतजार हो रहा है।
इधर टेबलेट में भी औपचारिकता, छात्राओं में दिखा असंतोष
इधर स्कूल शिक्षा विभाग से गुरुवार के कार्यक्रम में औपचारिकता भी ठीक से नहीं होने और टेबलेट के लिए बुलावे के बाद कई छात्राओं को बैरंग लौटाए जाने पर असंतोष देखा गया। दरअसल, वितरण के लिए पहले लॉट में 482 टेबलेट आ चुके हैं। सरकार का एक साल पूरा होने के उपलक्ष में कार्यक्रम में वाहवाही लूटने के लिए विभाग ने आनन-फानन में बच्चों को टेबलेट देने बुलाया गया। हालांकि इनमें कुछ को कौशल विकास किट दिए गए तो पांच छात्राओं को टेबलेट भी दिए गए, लेकिन अन्य को बाद में देने का कहकर टाल दिया गया। इसके चलते घंटों तक कार्यक्रम में समय देने के बाद भी छात्राओं को निराशा हाथ लगी।इधर, चर्चा पर जिला शिक्षा अधिकारी मुयालय शफब अंजुम ने बताया कि सांकेतिक रूप से मंत्री बाबूलाल खराड़ी के हाथों पांच टेबलेट दिलवाए गए। 482 के लॉट को सभी सीबीईओ में लाभार्थियों के अनुसार बांट दिया है। अब पीओ स्तर से उनका वितरण किया जाएगा।