यह है मामला जानकारी के अनुसार नेहरू नगर निवासी दिनेश सेन की बस स्टैंड के पास सैलून है। उसका छोटा भाई तीन साल से उसके साथ दुकान संभालता था। दो वर्ष पूर्व नेहरू नगर निवासी गोलू मीणा के साथ दिनेश की मामूली कहासुनी हुई थी। तब से गोलू उनके प्रति रंजिश रखे हुए था। वर्षभर पूर्व उसने दिनेश के छोटे भाई अंकुश पर ट्रैक्टर चढ़ाने का प्रयास किया था, इसमें अंकुश चोटिल हुआ था। इस मामले की शिकायत भी थाने में दे दी थी। पांच दिसंबर की शाम को दोनो भाई दुकान बंद कर बाइक से घर लौट रहे थे कि रास्ते में रामधाम के पास घात लगाए बैठे बदमाशों ने चलती बाइक पर लाठी से वार किया। इससे दिनेश का जबड़ा टूट गया। दोनों भाई बाइक से गिर गए। बदमाशों ने दोनों भाइयों पर डंडों से हमला कर दिया। इससे अंकुश के सिर, हाथ, पैर व कमर पर गंभीर चोटें आई। दिनेश के जबड़े, कमर व पैर में भी चोटें आई। दोनों को उपचार के लिए बारां लाया गया। जहां से गंभीर अवस्था में अंकुश को कोटा रैफर किया। रविवार रात कोटा में उपचार के दौरान अंकुश की मृत्यु हो गई।
आर्थिक सहायता मांगी इस घटना से गुस्साए परिजनों व समाज के लोगो ने एसडीएम कार्यालय के समक्ष शव रखकर प्रदर्शन किया तथा पुलिस प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी कर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की। आक्रोशित परिजनों व सेन समाज के लोगो ने कुछ देर के लिए शव को स्टेट हाइवे पर रखकर स्टेट हाइवे जाम करने की कोशिश की। मौके पर पहुंचे तहसीलदार यादवेंद्र यादव व सीआई राजेश खटाना ने स्थिति को संभालते हुए परिजनों से समझाइश कर शव को हटवाकर स्टेट हाइवे को सुचारू करवाया। तक जाकर मामला शांत हुआ। इस मामले में समाज के लोगो ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सख्त सजा दिलवाए जाने, मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिलाने, परिजनों को सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की।