पट्टे नहीं बन रहे, राजस्व वसूली रुकी पूर्व में नगर परिषद में सचिव पद पर तैनात सौरभ जिन्दल को ही आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा हुआ था। उनका भी स्थान्तरण हुए दो माह गुजरने वाले हैं। लेकिन अभी तक आयुक्त के पद पर स्वायत्त् शासन विभाग ने रिक्त पद को नहीं भरा है। इसके चलते एक ओर तो पट्टे बनवाने में भी परेशानी उठानी पड़ रही है। तो वहीं राजस्व वसूली समेत अन्य कार्य भी ठप से पड़े हुए हैं। इससे नगर परिषद की आमदनी भी नहीं बढ़ पा रही है।
सत्ता परिर्वतन के बाद से ही बढ़ी मुश्किलें प्रदेश में सत्ता परिर्वतन के बाद से ही नगर परिषद का कामकाज प्रभावित हो रहा है। करीब एक वर्ष के अन्तराल में तीन आयुक्त बदल गए जिसमें भी यहां आयुक्त पर पर लगाए गए केके खटूमरा का तो महज 16-17 दिनों में ही स्थान्तरण हो गया। इसके बाद सचिव पद पर तेनात किए गए सौरभ जिन्दल ने कुछ माह कार्य किया। हालांकि उनके कार्यकाल में डोलमेला समेत कई योजनाओं पर कार्य हुआ, लेकिन उनका भी स्थान्तरण होने से अब हालात और बिगड़ गए हैं।
यह पद पड़े हैं रिक्त नगर परिषद में लम्बे समय से आयुक्त, सचिव तथा आरआई, समेत एसआई के महत्वपूर्ण पद रिक्त पड़े हुए हैं। पूर्व में यहां पर आरआई के पद पर तैनात किए गए नरेश राठोर ने परिषद की आय को बढ़ाने के लिए कार्य शुरु किया था। लेकिन उनका भी दो तीन माह बाद ही स्थान्तरण हो गया। वहीं एसआई का पद रिक्त हुए भी करीब एक वर्ष होने को आ रहा है। पूर्व में यहां तैनात एसआई नरसी स्वामी के बाद यहां इस पद के कार्य को अटैच किया हुआ है।
प्रताडऩा के चलते नहीं दे पाई पर्याप्त समय
नगर परिषद की सभापति ज्योति पारस ने बताया कि झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाकर फंसाने के प्रयास तथा पुलिस प्रताडऩा के चलते आमजन के लिए उचित समय नही दे पा रही हैं। उन्होंने बताया कि न तो कोर्ट ने न ही डीएलबी ने उन्हें दोषी माना है।
यह कार्य हो रहे बाधित नगर परिषद में आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों के पद रिक्त होने के कारण भूमि रुपान्तरण, पट्टे व शहरी विकास की कई योजनाएं बाधित हो रही हैं। प्रोजेक्ट के भुगतान नही हो पा रहे हैं। वहीं संवेदकों को कार्यों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। राजस्व की वसूली नहीं हो रही है। ऐसे में नगर परिषद के कई कार्य अधर में लटके हुए हैं। शहर के विकास की योजनाएं नहीं बन पा रही हैं।
समानता से हो समस्याओं का निस्तारण क्षेत्रीय विधायक राधेश्याम बैरवा ने कहा कि प्रतिदिन नगर परिषद क्षेत्र की समस्याओं को लेकर लोगों की शिकायत के फोन तो आते ही हैं। इनका समाधान भी करवाने का प्रयास किया जाता है। लेकिन आयुक्त नही होने से परेशानी तो है ही। इस मामले में मुख्यमंत्री से मिलकर शीघ्र ही आयुक्त समेत अन्य रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए आग्रह करेंगे। बैरवा ने बताया कि आमजन ने उन्हें जनसेवा के कार्य के लिए चुना है। विधानसभा क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों से अनावश्यक हस्तक्षेप नही होना चाहिए। अधिकारियों द्वारा आजमन की समस्याओं को बिना किसी भेदभाव व दुर्भावना के निस्तारण किया जाना चाहिए।
स्वायत शासन विभाग ने नगर परिषद आयुक्त का अतिरिक्त कार्यभार दिया हुआ है। हालांकि प्रशासनिक कार्यों की अधिकता के चलते नगर परिषद में अधिक समय नही दे पाते हैं। लेकिन शाम को 4 से 6 बजे तक जो भी जरुरी कार्य होते हैं, उनको देखते हैं। इस दौरान कोई बड़ी बात तो सामने आई नहीं है।
अभिमन्यु, उप जिला कलक्टर, बारां नगर परिषद में लम्बे समय से आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। इसके चलते कामकाज प्रभावित हैं। इस समस्या को लेकर राज्य के स्वायत शासन विभाग के मंत्री तथा सचिव को कर्मठ व ईमानदार आयुक्त की नियुक्ति करने के लिए पत्र लिखा है। शीघ्र ही नए आयुक्त के साथ ही अन्य पदों को भरा जाए, ताकि शहर की विभिन्न समस्यां समयबद्ध निस्तारण हों, आमजन को राहत मिल सके।
दिलीप शाक्यवाल, नेता प्रतिपक्ष, नगर परिषद, बारां