यह रहे शोभायात्रा का आकर्षण शोभायात्रा में 10 वाहिनियों के माध्यम से झांकियों और विभिन्न समाजों के संदेश को सजीव रूप से प्रस्तुत किया गया। इसमें चेतक वाहिनी जिसमें घुड़सवारों का दल शामिल था। ध्वज वाहिनी में भगवा ध्वजों के साथ युवाओं की टोली चल रही थी। वीर बजरंगी वाहिनी ने अखाड़ों की विभिन्न प्रस्तुतियां दी। देवी अहिल्या बाई होल्कर वाहिनी मे मातृशक्ति ने विशेष झांकियों का प्रदर्शन किया। गुरु द्रोणाचार्य वाहिनी मे ंसंगठनों की झांकियां शामिल थी। सर्व सनातन समाज वाहिनी में सर्व समाज की झांकियां, खाटू श्याम मंडली में खाटू श्यामजी की झांकी ने मन मोह लिया। गुरु अंगद देव वाहिनी में सिख समाज की झांकियां रही। गोमाता वाहिनी में गौ माता के संरक्षण का संदेश दिया गया। सरदार वल्लभ भाई पटेल वाहिनी में जनप्रतिनिधियों और समाजबंधुओं की सहभागिता रही।
शहर की सडक़ों पर स्वागत का उल्लास शोभायात्रा ने जैसे ही शहर के प्रमुख मार्गों से होकर चारमूर्ति चौराहा, कोटा रोड, गुरुद्वारा गली, नगरपालिका कॉलोनी, अस्पताल रोड, धर्मादा चौराहा, सदर बाजार, चौमुखा बाजार, श्रीजी का चौक और सब्जी मंडी से होते हुए प्रताप चौक पहुंची। समाजबंधुओं और व्यापारी संगठनों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। मार्ग पर जगह-जगह आकर्षक स्वागत द्वार, विशाल ध्वज और सजावट ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया। व्यापारी बंधुओं ने दुकानों को दुल्हन की तरह सजाया और पेयजल और नीम शरबत की व्यवस्था की।
यह रहे शामिल शोभायात्रा में 25 घोड़े, 50 बुलेट पर सवार युवा, 21 झांकियां, डीजे, ढोल-नगाड़े और भगवा ध्वज से सुसज्जित थे। इसने पूरे मार्ग ने माहौल को उत्साह से भर दिया। शोभायात्रा का समापन प्रताप चौक पर भारत माता की भव्य आरती और श्रीराम स्तुति के साथ हुआ, इसके पश्चात समाज बंधुओं के बीच प्रसाद वितरण और आतिशबाजी की गई।
अन्य स्थानों पर भी नववर्ष का उल्लास भारतीय नववर्ष समारोह समिति के सह संयोजक योगेश शर्मा ने जानकारी दी कि बारां के अलावा जिले के अन्य क्षेत्रों अंता, मांगरोल, सीसवाली, शाहबाद, समरानिया, केलवाड़ा, छबड़ा, कवाई और छिपाबड़ोद में भी भारतीय नववर्ष के अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए। शोभायात्रा के सफल आयोजन के लिए समिति के संयोजक मनीष मीणा और सह संयोजक प्रतीक मंगल ने नगर परिषद, पुलिस प्रशासन, समाजबंधुओं, व्यापारी संगठनों, मातृशक्ति और कार्यकर्ताओं का विशेष आभार प्रकट किया। सभी झांकियों और घुड़सवार दलों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और नववर्ष का संदेश चौक-चौराहों पर सामाजिक संगठनों द्वारा नववर्ष का स्वागत किया गया। स्थान-स्थान पर कुमकुम तिलक, नीम शरबत, शरबत, छाछ और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम में विभिन्न समाजों के कार्यकर्ताओं ने चौराहों को सजाया और भारतीय संस्कृति व सनातन धर्म के इतिहास को जीवंत किया।
आभार और समापन अंत में नववर्ष समारोह समिति ने सभी संगठनों, समाजबंधुओं, कार्यकर्ताओं और नगरवासियों को कार्यक्रम को भव्य और सफल बनाने के लिए हृदय से धन्यवाद दिया। शोभायात्रा के समापन पर सभी ने मिलकर ‘भारत माता की जय’ और ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ के उद्घोष के साथ नववर्ष के शुभारंभ को हर्षोल्लास के साथ मनाया।