अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई
शहर में खेत और बागों की जमीन पर अवैध प्लाटिंग कर मोटी कमाई करने वाले बिल्डरों पर बीडीए की कार्रवाई तेज हो गई है। शुक्रवार को बीडीए की टीम ने नकटिया नदी के किनारे जीशान, अली हुसैन, और ताजीम द्वारा विकसित की जा रही चार हजार वर्ग मीटर की अवैध कॉलोनी पर बुलडोजर चलाया। यहां बिना बीडीए की स्वीकृति के सड़क निर्माण, मिट्टी भराई और प्लाटिंग का काम चल रहा था। टीम ने सभी निर्माण कार्यों को ध्वस्त कर दिया और संबंधित बिल्डरों के खिलाफ उत्तर प्रदेश नगर योजना एवं विकास अधिनियम, 1973 की धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई की।
नदी किनारे अवैध निर्माण का मामला
बीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि नदी के पास अवैध कॉलोनी बसाने का प्रयास गंभीर मामला है। सिंचाई और खनन विभाग को पत्र भेजकर यह जानकारी मांगी जाएगी कि क्या इस निर्माण के लिए नदी के क्षेत्र में कोई अतिक्रमण या पटान किया गया है। यदि ऐसा पाया गया तो संबंधित बिल्डरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
बिल्डरों को नोटिस जारी
मनिकंडन ए ने कहा कि अवैध निर्माण करने वाले बिल्डरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। रोजाना 5-6 बिल्डरों के खिलाफ ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जा रहा है। बिल्डरों को नोटिस जारी कर उन्हें विकास प्राधिकरण के नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी जा रही है।
बीमारी बनती जा रही अवैध कॉलोनी
नकटिया नदी के पास कॉलोनी बसाने की यह कोशिश केवल बरेली के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी बड़ा खतरा बन सकती है। बीडीए ने स्पष्ट किया है कि नदियों के आसपास अतिक्रमण को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “नदी किनारे अवैध निर्माण गंभीर है। सिंचाई और खनन विभाग से जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी।”
- मनिकंडन ए, उपाध्यक्ष, बीडीए