गोरखपुर में हुए हादसे के बाद सर्तक हुआ था प्रशासन
कुछ माह पहले गोरखपुर के एक मेडिकल कॉलेज में अचानक आग लग जाने के कारण कुछ बच्चों की जान चली गई थी, जिसके बाद जिला प्रशासन और जिले के फायर विभाग ने तमाम अस्पतालों निरीक्षण कर मानक के अनुसार अग्निशमन यंत्र और व्यवस्थाओं को सक्रिय रूप से बनाये रखने के लिए अस्पताल प्रबंधन को चेतावनी दी थी। जिसके बाद जिले के तमाम अस्पतालों ने अपने अस्पतालों में अग्निशमन यंत्र को लेकर व्यवस्थांए चाक चौबंद कर ली थी। जिन अस्पतालों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, उनके खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था, जिसके बाद लगभग सभी अस्पतालों ने जिला प्रशासन की सख्ती के चलते अग्नि से जुड़े हुए मानकों को पूरा कर लिया था। इस बार जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने फायर सेफ्टी को लेकर अचानक जिला अस्पताल का ही दौरा कर लिया और यह जानने का प्रयास किया कि सारी व्यवस्थांए ठीक है या नहीं।
विभागीय अधिकारियों को चेतावनी, पूरे किए जाएं इंतेजाम
फिलहाल इस मामले पर जिला महिला अस्पताल की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, वही जिला प्रशासन ने भी जिला महिला अस्पताल में फायर सेफ्टी की व्यवस्थाओं को लेकर कोई प्रतिक्रिया साझा नहीं की है, इससे यह माना जा सकता है कि जिला महिला अस्पताल मे सारी व्यवस्थांए ठीक-ठाक मिली। नवजात शिशु देखभाल ईकाई में जिलाधिकारी द्वारा सभी व्यस्थाओं को बारीकी से परखा गया। इस दौरानं उन्होंने समय अग्निशमन सिलेंडर रिफिल कराने के निर्देश भी दिया। निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह, सीएमएस त्रिभुवन प्रसाद समेत कई विभागीय अफसर मौजूद रहे।