शनिवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने सीधे तौर पर मौलाना शहाबुद्दीन पर निशाना साधा। उन्होंने कह मौलाना शहाबुद्दीन मूल रूप से बहराइच के रहने वाले हैं, लेकिन खुद को बरेलवी उलमा बताते हैं। उनकी बरेली के मर्कज से कोई नातेदारी नहीं है। वे बरेली को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। इस बयान के बाद धार्मिक हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। वहीं मौलाना शहाबुद्दीन ने इस विवाद पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है।
बरेली की छवि खराब कर रहे शहाबुद्दीन
दरअसल सलमान खान हाल ही में अपनी आने वाली फिल्म ‘सिकंदर’ के प्रमोशन के दौरान एक खास घड़ी पहने नजर आए, जिस पर राम मंदिर की तस्वीर बनी हुई थी। उनकी इस घड़ी को देखकर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा था कि इस्लाम में इसे पहनना जायज नहीं है और यह शरीयत के खिलाफ है। उन्होंने सलमान खान से इस ‘पाप’ के लिए तौबा करने को भी कहा था, उन्होंने कहा कि यह शरीयत के खिलाफ है। इस पर तौकीर रजा काफी नाराज हो गए और उन्होंने मौलाना शहाबुद्दीन के लिए कहा कि ये कौन से उलेमा हैं। वे बरेली के नहीं हैं, बहराइच के हैं, बरेली को बदनाम कर रहे हैं। हर छोटी-बड़ी बात में शरीयत का नाम क्यों घसीटा जा रहा है। वे यह तय करने लगते हैं कि क्रिकेट कैसे खेला जाएगा, रोजा कैसे रखा जाएगा। उन्होंने मौलाना को नसीहत दी कि वे बयानबाजी करने का यह सिलसिला बंद करें।
आईएमसी प्रमुख की मौलाना के लिए चेतावनी
मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि जो लोग मुसलमानों के खिलाफ खुली दुश्मनी रखते हैं, उनके खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा अगर इस लड़ाई में मौलाना शहाबुद्दीन दुश्मनों के साथ खड़े होंगे, तो उनका भी जवाब दिया जाएगा। तौकीर रजा ने साफ कहा कि इस तरह की चीज़ों को शरीयत से जोड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि धर्म की छवि को लेकर गैर-जरूरी विवाद खड़ा करना ठीक नहीं है। सलमान खान की घड़ी को लेकर शुरू हुए इस विवाद पर अब दो मौलवियों के बीच बयानबाजी के कारण यह मुद्दा और बढ़ गया है।